जलभराव से घिरे 150 गांव, बढ़ा खतरा
जिले में लगातार हो रही बारिश से 150 से अधिक गांव जल भराव से घिरे हुए हैं। ऊंज क्षेत्र के नवधन और कुरमैचा सहित 15 गांवों में पानी भरा हुआ है। कच्चा मकान भरभरा कर गिर रहे हैं। नवधन के ग्राम प्रधान की कंपनी में ग्रामीणों ने ठिकाना बनाया है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): जिले में लगातार हो रही बारिश से 150 से अधिक गांव जल भराव से घिरे हुए हैं। ऊंज क्षेत्र के नवधन और कुरमैचा सहित 15 गांवों में पानी भरा हुआ है। कच्चा मकान भरभरा कर गिर रहे हैं। नवधन के ग्राम प्रधान की कंपनी में ग्रामीणों ने ठिकाना बनाया है। गोपीगंज के 25 गांव और सुरियावां क्षेत्र के गई गांव जल प्लावन हो गया है। पानी से घिरे कच्चा और पक्का मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है। प्रशासन की ओर से इन गांवों में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं कराई गई।
बारिश अब कहर बन कर टूटने लगा है। झरियापुल के पास स्थित नाला पर अतिक्रमण किए जाने से 25 राजस्व गांवों में भारी जलभराव हो गया है। जिससे किसानों के फसल के साथ-साथ धान की भी खेती चौपट होने के कगार पर पहुंच गई है। जलजमाव से सैकड़ों परिवारों के साथ ही साथ पशुओं के जीवन के सामने निवाले का संकट मडराने लगा है। आक्रोशित ग्रामीण हाइवे पर जाम लगाने के साथ ही साथ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं। तहसील स्तर के अधिकारी मौके का जायजा लेकर खानापूर्ति कर चले गए। जल निकासी में बाधक बने नाले को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया। ऊंज के नवधन, कुरमैचा आदि कई गांवों में जल भराव हो गया है। तहसीलदार देवेंद्र यादव का कहना है कि प्रयागराज के हंडिया ताल का पानी आने से दिक्कत बढ़ गई है। जितना पानी निकल रहा है उतना उधर से आ जा रहा है। सुरियावां क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में अब भी पानी भरा हुआ है। ग्रामीणों को भारी दिक्कत उठानी पड़ रही है।
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डीएम से मिला प्रतिनिधि मंडल
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनय उपाध्याय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलर बाढ़ प्रभावित गांवों की स्थिति की जानकारी दी। बारिश से सैकड़ा से अधिक परिवार के लोग बेघर हो गए हैं। सैकड़ों एकड़ धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है।