बिना डरे कोरोना संक्रमितों का किया इलाज
मरीज संक्रमण से घबराए नहीं बल्कि इससे लड़े। चिकित्सक व स्टाफ को ही देखिए। वह ड्यूटी कर रहे और खुद के साथ अपने परिवार को भी कोरोना से बचा रहे।
बस्ती : कोरोना के रुख्सत की बेला है, फिर भी सावधानियां, बचाव और सेहत पर ध्यान देना जरूरी है। यह संदेश कोरोना योद्धाओं के हैं। जिला अस्पताल के नाक-कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डा. एसएस कन्नौजिया बिना डरे, कोरोना संक्रमितों के बीच रहे। जांच और इलाज किया। कहा कोविड-19 के प्रति उनकी सजगता और लड़ने की दृढ़ता के चलते ही कोरोना उन्हें छू भी नहीं पाया।
चिकित्सक ने बताया कि कोरोना कोई ऐसी बीमारी नहीं कि उसका इलाज संभव नहीं है। साफ-सफाई व दो गज की दूरी और शरीर की इम्युनिटी मजबूत करते हुए इससे लड़ा जा सकता है। बिना अवकाश लिए अप्रैल से नियमित ड्यूटी कर रहे हैं। ओपीडी के दौरान ऐसा भी समय आया जब एक संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति भी परामर्श लेने पहुंच गया। पूरी सुरक्षा के साथ उसको परामर्श दिए। इलाज में मदद की। कहा मरीज संक्रमण से घबराए नहीं, बल्कि इससे लड़े। चिकित्सक व स्टाफ को ही देखिए। वह ड्यूटी कर रहे और खुद के साथ अपने परिवार को भी कोरोना से बचा रहे। फीवर, सर्दी-जुकाम हो तो लोगों से दूरी बना लें,चिकित्सक से सलाह लेने के बाद कुछ करें। बोले ड्यूटी के दौरान परिवार से थोड़ी दूरी जरूर बनी,लेकिन घर पहुंचने पर जूता-चप्पल बाहर कर देते हैं। कपड़े निकाल देते हैं,स्नान के बाद परिवार के पास जाते हैं। इस दौरान भी दो गज की दूरी बनाकर ही भोजन आदि करते हैं। कोविड-19 जांच कराए, रिपोर्ट निगेटिव आई। होम आइसोलेट की नौबत नहीं आई। बुलंद हौंसले हो तो कोरोना कभी छू नहीं पाएगा। डा. कन्नौजिया का यह संदेश लोगों के लिए नजीर बन गया है।