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फर्जी निवास प्रमाण पत्र पर हो गई सेना में भर्ती

अमेठी के आर्मी सेंटर में बस्ती जिले का पता दिखाकर दो युवक फर्जी तरीके से आर्मी में भर्ती करा लिया

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 11:13 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 11:13 PM (IST)
फर्जी निवास प्रमाण पत्र पर हो गई सेना में भर्ती
फर्जी निवास प्रमाण पत्र पर हो गई सेना में भर्ती

बस्ती: अमेठी के आर्मी सेंटर में बस्ती जिले का पता दिखाकर दो युवक फर्जी तरीके से आर्मी में कांस्टेबल जीडी पद पर सेलेक्ट हो गए। चौंकाने वाली बात तो यह है कि उनकी ओर से दाखिल किए गए प्रमाण पत्र में वाल्टरगंज थाने की मुहर व एसओ के हस्ताक्षर भी हैं। प्रमाण पत्र में कहा गया है कि युवकों के विरुद्ध थाने में किसी प्रकार का कोई मुकदमा दर्ज नहीं हैं। मामला तब पकड़ में आया जब आर्मी की ओर से दोबारा प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया गया तो निवास प्रमाण पत्र फर्जी निकला। आर्मी में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर भर्ती होने का सनसनीखेज मामला शनिवार को डीआइजी के सामने आया तो उन्होंने अपने स्तर से प्रकरण की जांच के निर्देश दिए। 28 मार्च 2017 को दो युवकों ने बस्ती जिले के गनेशपुर वाल्टरगंज का पता दिखाकर भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। उस दौरान उन्होंने वाल्टरंगज थाने से प्रमाण पत्र भी ले लिया। उनका सलेक्शन भी हो गया। वह मध्य प्रदेश के जबलपुर आर्मी सेंटर में प्रशिक्षण लेने लगे। आर्मी की ओर से एक बार और प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया गया तो इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हो गया।

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डीआइजी आशुतोष कुमार ने बताया कि आर्मी के मेजर की ओर से घटनाक्रम की जानकारी उन्हे दी गई है। इसमें बताया गया है कि गौतम पुत्र महेंद्र ¨सह और राजेश कुमार पुत्र निलखराज नामक दो युवकों की आर्मी में भर्ती हुई है। उन्होंने अपना निवास बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के गनेशपुर ग्राम पंचायत को दिखाया है, मगर जब इसका दोबारा सत्यापन कराया गया तो इस नाम का कोई व्यक्ति वहां का निवासी नहीं मिला। बाद में पता चला कि वे दूसरे स्टेट के हैं और उन्होंने अपना पता फर्जी दिखाया था। वाल्टरगंज पुलिस की ओर से क्या सच में पूर्व में कोई प्रमाण पत्र जारी किया गया है इसकी जांच कराई जा रही है। उन्होंने सभी थानों को आगाह किया है कि पता का सत्यापन मौके पर जाकर करें।

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प्रधान से भी मिले थे दोनों

गनेशपुर के प्रधान अब्दुल रहमान ने बताया कि फर्जी निवास प्रमाण पत्र पर आर्मी में भर्ती होने वाले दोनों युवक एक दिन थाने के बाहर उन्हें भी मिले थे। उन्होंने उनसे निवास प्रमाण पत्र सत्यापित करने का अनुरोध किया था, मगर उन्होंने इससे इंकार कर दिया था। कहा कि दोनों बातचीत और भाषा से हरियाणा के निवासी लग रहे थे।


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