मकान ढहने से दो की मौत, नौ घायल
मोहम्मद अली अपने परिवार के साथ 20 साल पुराने पक्के मकान में रहते थे। लगातार बारिश के कारण उनके मकान के पीछे और बगल में पानी भर गया था। रात 12 बजे जब परिवार के लोग सो रहे थे उसी समय मोहम्मद अली का मकान भरभरा कर ढह गया।
बस्ती: तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण शुक्रवार की आधी रात परशुरामपुर थाना क्षेत्र के बेदीपुर बाजार निवासी मोहम्मद अली का मकान ढह गया। हादसे में उनकी दो बेटियों की जान चली गई तो मकान के अंदर बंधी पांच बकरियों की भी मलबे में दबने से मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल नौ लोगों को जिला अस्पताल अयोध्या पहुंचाया गया। वहीं मोहम्मद अली का छोटा बेटा असलम तथा उसकी पत्नी अजमेरुन्निशा बाल-बाल बच गए।
मोहम्मद अली अपने परिवार के साथ 20 साल पुराने पक्के मकान में रहते थे। लगातार बारिश के कारण उनके मकान के पीछे और बगल में पानी भर गया था। रात 12 बजे जब परिवार के लोग सो रहे थे, उसी समय मोहम्मद अली का मकान भरभरा कर ढह गया। मकान ढहते ही तेज आवाज हुई तो आसपास के लोग जग गए। चीख पुकार सुनकर बाजार के लोग उस ओर दौड़े पर तब तक मकान पूरी तरह मलबे में तब्दील हो चुका था। बाजार के तमाम लोग एकत्र हो गए। इसी बीच डायल 112 और परशुरामपुर के प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह भी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। थोड़ी ही देर में सीओ हर्रैया भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों व जेसीबी की मदद से मकान का मलबा हटाया गया। मलबे में दबी मोहम्मद अली की 17 वर्षीय बेटी शना की मौत हो चुकी थी। जबकि 22 वर्षीय तरन्नुम, उनके पिता मोहम्मद अली, उनकी पत्नी जौशान, बेटा अकरम, बहू शबीना खातून, नाती एहसान, जुनेद, जुवेद, जुबेर तथा ननिहाल में रह रहा भांजा हसनैन गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को पहले सीएचसी परशुरामपुर ले जाया गया,जहां से सभी को जिला अस्पताल अयोध्या रेफर कर दिया गया। शनिवार की सुबह तरन्नुम ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
शेषमणि उपाध्याय, सीओ हर्रैया ने बताया कि मोहम्मद अली का मकान भारी बारिश के कारण शुक्रवार की रात 12 बजे ढह गया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घायलों को पहले सीएचसी व बाद में जिला अस्पताल अयोध्या पहुंचाया। मकान का मलबा हटा दिया गया है।
सौम्या अग्रवाल, डीएम ने बताया कि
परशुरामपुर थाना क्षेत्र के बेदीपुर में मकान ढहने से मोहम्मद अली के दो बेटियों की मौत हो गई है। पीड़ित परिवार को दैवीय आपदा राहत कोष से अनुमन्य सहायता राशि दिलवाई जाएगी। घायलों के इलाज के लिए भी सरकार की तरफ से आर्थिक मदद की जाएगी।