20 हजार किसानों ने पीएम सम्मान निधि के लिए दी अर्जी
केंद्र प्रायोजित किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना में लेखपालों की ढिलाई किसानों पर भारी पड़ रही है। सर्वाधिक परेशानी आफलाइन किसानों को हो रही है। अब तक महज 20 हजार आफलाइन किसानों ने सम्मान निधि के लिए अर्जी दी है।
बस्ती : केंद्र प्रायोजित किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना में लेखपालों की ढिलाई किसानों पर भारी पड़ रही है। सर्वाधिक परेशानी आफलाइन किसानों को हो रही है। अब तक महज 20 हजार आफलाइन किसानों ने सम्मान निधि के लिए अर्जी दी है।
पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल में जो किसान पंजीकृत हैं, उनकी फी¨डग का कार्य खत्म हो गया है। शेष किसान जो पात्र हैं अब उनकी फी¨डग आफलाइन प्रत्यावेदन लेकर लेखपाल करा रहे हैं। हालांकि इसमें ढिलाई से कितने किसान वंचित रह जाएंगे, जिनको यह लाभ नहीं मिल सकेगा। वैसे कृषि विभाग ने दावा किया है कि, जो डाटा लेखपाल विभाग को दे रहे हैं, उसकी फी¨डग पीएम पोर्टल पर की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक-एक लेखपाल पर 10 से 12 गांव का चार्ज है, इससे लेखपाल उलझ कर रह जा रहे हैं। हर्रैया तहसील में लेखपालों की ढिलाई पर वहां के एसडीएम बीडीओ को चेतावनी दे चुके हैं। यही हाल बस्ती सदर ब्लाक का है, जहां फी¨डग कार्य लेट होने से किसान परेशान हैं। जिला कृषि अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल में जो किसान पंजीकृत थे उनकी फी¨डग कर ओके कर दिया गया है। जिन किसानों का डाटा गलत है, उनके अभिलेख लेखपाल गांव-गांव जाकर ले रहे हैं, अब तक 1 लाख 40 हजार किसानों की फी¨डग हो चुकी है। आफलाइन में 20 हजार से अधिक फी¨डग हो चुकी है। उप निदेशक कृषि डा. संजय त्रिपाठी ने कहा, पहले कई सेंटर पर फी¨डग कार्य हो रहा था, अब सारे तहसीलों की फी¨डग कृषि भवन में हो रही है। यहां निगरानी में आसानी होगी। फी¨डग का कार्य 20 फरवरी तक पूरा हो जाएगा। 3 लाख 36 हजार किसान जिले में पंजीकृत हैं।