तेंदुए की दहशत में रहा तेरह घंटे इलाका
बस्ती: हर्रैया थाना क्षेत्र के फरदापुर गांव में शनिवार की भोर में तेदुएं की आहट और कुछ ही देर में दो
बस्ती: हर्रैया थाना क्षेत्र के फरदापुर गांव में शनिवार की भोर में तेदुएं की आहट और कुछ ही देर में दो लोगों पर तेंदुए के हमले के बाद शाम करीब 6 बजे तक गांव का हर व्यक्ति दहशत के साए में रहा। सूचना पर आधे घंटे के बाद ही दलबल के साथ मौके पर पहुंचे सीओ हर्रैया राहुल पांडेय, वन संरक्षक कार्तिकेय कुमार ¨सह व डीएफओ वी.के.मिश्र की टीम ने गांव वालों को सुरक्षित करने के लिए घरों में रहने के लिए कहा। वहीं अन्य गांवों से उमड़ी हजारों की भीड़ ने प्रशासन को सांसत में डाल दिया।
दिन निकलने के साथ ही फरदापुर गांव में मेले जैसा दृश्य नजर आने लगा। इस बीच तेदुएं को सुरक्षित पकड़ने के लिए वन संरक्षक व डीएफओ ने एसडीएम दिनेश कुमार व सीओ राहुल पांडेय के साथ बैठक कर रणनीति बनाई। गांव से भीड़ हटाने का जिम्मा पुलिस व राजस्व प्रशासनिक अधिकारियों को जबकि तेंदुएं को गिरफ्त में लेने के लिए वन विभाग ने संसाधन जुटाने का जिम्मा संभाला। डीएफओ ने घनी आबादी के बीच तेदुआं की मौजूदगी की खबर वन विभाग के मुखिया को भेजी तो उन्होंने सोहगीबरवा व गोंडा के साथ लखनऊ के विशेषज्ञों की टीम गांव रवाना होने का निर्देश दिया। दिन में 11 बजे तक तीन पिजड़े मंगा लिए गए थे। जिस स्थान पर वह छिपा था उसे कवर करने की रणनीति वन विभाग ने तैयार कर लिया, पर ट्रैंक्यूलाइजर का इंजेक्शन देने व तेंदुओं को पकड़ने के विशेषज्ञों की टीम के आने में देर होने पर आपरेशन का नेतृत्व कर वन संरक्षक और डीएफओ परेशान दिखे। उन्हे लगा कि कहीं तेदुआं निकल कर लोगों पर हमला न कर दे।
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तीन बजे पहुंची लखनऊ प्राणि उद्यान की टीम
दिन में करीब तीन बजे लखनऊ प्राणि उद्यान के चिकित्सक डा.वृजेंद्र मणि यादव व लक्ष्मीपुर महराजंगज के एक्सपर्ट वन क्षेत्राधिकारी सरयूप्रसाद की टीम में शामिल रिटायर्ड वन दरोगा अवधकिशोर तिवारी, अमित कुमार साहू, रामसुभग चौधरी, हरीराम तथा मोहम्मद हसन पहुंचे। हर्रैया के रेंजर गो¨वद प्रसाद पांडेय व बस्ती के वन निरीक्षक हरिओम पांडेय ने रणनीति के तहत वन कर्मियों को जिम्मेदारी बांटी। बांस का जालीदार दरवाजा बना कर छत के रास्ते तेंदुएं को कैद किया। करीब सात फिट लंबे तेदुंए ने कैद होने के बाद कई बार जाल के दरवाजे को तोड़ने प्रयास किया और दहाड़ा भी पर साहसिक टीम के सदस्य बल्ली के सहारे बाड़ को दबाए रहे। अंदर अंधेरा होने के कारण उसे बेहोश करने में टीम को करीब बीस मिनट लग गए। तब तक लोगों की सांसे अटकी रहीं। पुराने बरामदे की दीवार चार इंच वह भी कच्ची चुनाई की थी। इस कारण आशंका थी कि तेदुआं दीवार पर पंजा मार कर उसे गिरा न दे। दहाड़ते हुए तेंदुए को ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश किया गया। करीब दस मिनट बाद एक सरिया धंसा कर उसके बेहोशी की जांच के बाद उसे जाल में कैद कर पिजड़े में डाला गया। सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक 13 घंटे के बीच वन व पुलिस के साझा प्रयास से आपेरशन सफल होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
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विधायक ने कहा की सम्मानित होगी रेस्क्यू टीम
हर्रैया बस्ती: फरदापुर गांव में तेंदुए के आने की खबर पर करीब दो बजे क्षेत्रीय विधायक अजय ¨सह भी मौके पर पहुंच गए। पूरे आपरेशन तक टीम के साथ रहे। ¨चतित गांव वालों को दिलासा दिलाया, कहा कि सभी सहयोग करें। वन विभाग के टीम की भी हौसलाफजाई की। आपरेशन को साहसिक ढंग से पूरा करने के लिए टीम को बधाई दी। एक ही दिन में सफल आपरेशन कर टीम ने लोगों को तेंदुएं के खौफ से निकाल दिया। इसके लिए मुख्यमंत्री से मिल कर वह टीम को शासन स्तर से सम्मानित कराने की सिफारिश करेंगे।
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गांव में जमे रहे हजारों लोग
तेंदुएं के आने की खबर पर फरदापुर गांव में दिन भर इलाके के लोगों का मेला लगा रहा। कड़ी धूप की परवाह किए बगैर हजारों की संख्या में लोग गांव में जमे रहे। उन्हें सुरक्षित करने में पुलिस प्रशासन को भी मशक्कत करनी पड़ी। छतों तथा उनके छज्जों पर भीड़ की दबाव देख प्रशासन परेशान रहा।