तीसरी एजेंसी ने खड़े किए हाथ, चौथी ने उतारा कंडक्टर
सरयू में पानी अधिक होने से कार्य में आ रही बाधा
बस्ती : टांडा-बस्ती ट्रांसमिशन 220 केवी लाइन दुरुस्त करने में एजेंसी समेत विभाग के पसीने छूट जा रहे हैं। टूटे कंडक्टर को जोड़ने के लिए लगातार एजेंसियां आ रही हैं और हाथ खड़े कर ले रही हैं। तीन एजेंसियां तो लौट गईं। बुधवार को चौथी एजेंसी ने आकर काम शुरू किया है। बताया जा रहा है कि सरयू के बीच में जो कंडक्टर फंसा था, उसे बुधवार को निकाल लिया गया है, सब कुछ ठीक रहा तो गुरुवार को नया तार डाला जाएगा। सरयू का जल स्तर अधिक होने से कार्य में बाधा उत्पन्न आ रही है।
बता दें कि टांडा-बस्ती 220 केवी ट्रांसमिशन लाइन सीधे गिदही ट्रांसमिशन लाइन से जुड़ी है। यहां से मंडल के तीनों जनपदों बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर को आपूर्ति दी जाती है। इसी बीच 30 अगस्त को रात में 12 बजे 220 केवी ट्रासंमिशन लाइन का एक कंडक्टर टूटकर नदी में नौरहनी घाट के पास गिर गया। इससे मंडल की आपूर्ति ठप हो गई थी। बाद में गोरखपुर से वैकल्पिक व्यवस्था की गई, तभी से इस लाइन से काम चल रहा है। इधर 21 दिन से ट्रांसमिशन लाइन जोड़ने का कार्य चल रहा लेकिन, सफलता शून्य है। बुधवार को टूटा कंडक्टर निकालने में सफलता मिल गई। नया तार इस सिरे से उस सिरे तक लगाना चुनौतीपूर्ण है। माना जा रहा कि पुराना तार नदी से निकल नहीं पा रहा है, ऐसे में नया तार ही विकल्प है। कंडक्टर दुरुस्त करने के लिए अब तक वीपी एसोसिएट गोरखपुर, मान कांट्रक्शन गाजियाबाद, जेपीएस इंपोरियम फैजाबाद की एजेंसी कार्य में लगी और असफल होने पर वापस चली गईं। चौथी एजेंसी इलाहाबाद की शिव शंकर इंटरप्राइजेज पश्चिम बंगाल के माल्दा जिले के 35 कर्मियों के साथ पहुंची। नए सिरे से कार्य शुरू हुआ। अधीक्षण अभियंता विद्युत पारेषण मंडल गोरखपुर डीपी जोशी, अधीक्षण अभियंता विद्युत पारेषण मंडल बस्ती एके ओझा, अधीक्षण अभियंता विद्युत पारेषण मंडल गाजीपुर वीरेंद्र यादव, उप खंड अधिकारी बस्ती सतीश कुमार ¨सह, अवर अभियंता सूरज यादव मौजूद रहे। वहीं नौरहनी घाट के ठेकेदार कादिर खान ने कहा कि नाव की कमी नहीं होने दी जाएगी।
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शट्डाउन में आती है समस्या
बताया जा रहा है कि 220 केवी ट्रांसमिशन मुख्य लाइन का शट्डाउन लेने में काफी समस्या आती है, चूंकि एनटीपीसी टांडा से जल्दी शट्डाउन नहीं मिलता, ऐसे में कार्य में बिलंब होगा। अब जो कार्य बचा है वह तार खींचने का है, ऐसे में शट्डाउन जरूरी। अगर इस दरमियान तनिक भी चूक हुई तो भारी हादसा भी हो सकता है। ट्रांसमिशन के एक्सईएन आरके ¨सह ने बताया कि गुरुवार से कार्य चलेगा, शट्डाउन की मांग की जाएगी, इसके बाद ही कार्य होगा। शट्डाउन न मिलने पर कार्य बाधित हो सकता है। अभी गोरखपुर को जाने वाली सप्लाई चालू है। सभी लाइन को बंद करना पड़ेगा, तभी कार्य होगा।