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गंदगी और बीमारी की चपेट में गो सरंक्षण केंद्र के गोवंश

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि वृहद गो सरंक्षण केंद्र कोईलपुरा का भी निर्माण लो लैंड पर होने से वहां बारिश का पानी जमा हो गया है। गोवंश के बीमार होने की जानकारी नहीं है। वह खुद केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेंगे। व्यवस्था में जो भी कमी होगी दूर किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 11:44 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 11:44 PM (IST)
गंदगी और बीमारी की चपेट में गो सरंक्षण केंद्र के गोवंश
गंदगी और बीमारी की चपेट में गो सरंक्षण केंद्र के गोवंश

बस्ती: जिले का दूसरा वृहद गो संरक्षण केंद्र कोईलपुरा भी बदहाली का शिकार हो गया है। जिम्मेदारों की ओर से यहां रखे गए गोवंश की सुधि नहीं ली जा रही है। हालत यह है कि केंद्र में एक गोवंश मरणासन्न स्थिति में हैं तो 10 खुरपका रोग से बीमार हैं। परिसर में बारिश का पानी जमा है, उसी में गोवंश मल मूत्र भी त्याग रहे हैं। जमा गंदे पानी को पी भी रहे हैं।

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सदर विकास खंड के कोईलपुरा गांव के बाहर व रवई नदी के पास संचालित वृहद गो संरक्षण केंद्र का निर्माण पिछले वर्ष कराया गया था। इस पर एक करोड़ बीस लाख रुपये खर्च किए गए थे। 200 बेसहारा पशुओं के लिए बनाए गए इस केंद्र का संचालन इस वर्ष मार्च में शुरू किया गया था। शुरू में इसमें 80 गोवंश रखे गए थे। वृहद गो संरक्षण केंद्र शुरू होने के साथ ही बदइंतजामी का शिकार हो गया है। लो लैंड पर बनाए गए इस गो संरक्षण केंद्र में इन दिनों पानी चारो तरफ पानी भरा है। पेयजल के लिए यहा समरसेबुल पंप व वाटर टैंक लगाए गए हैं। केंद्र का संचालन शुरू होते ही पाइप में लीकेज के कारण परिसर में पानी फैल जाता है। इन दिनों परिसर में पानी, मिट्टी और गोवंश के मल मूत्र के कारण गंदगी फैली है। केंद्र में कुल 148 गोवंश मौजूद हैं, इनमें 21 गोवंश वृहद गो संरक्षण केंद्र रमना तौफीर से लाए गए हैं। मौजूद गोवंश में से एक मरणासन्न स्थित में जमीन पर पड़ा है। वहीं 10 गोवंश ऐसे हैं जो खुरपका रोग से ग्रस्त हैं। केंद्र पर गोवंश के लिए न तो पर्याप्त मात्रा में भूसा है और न ही पशु आहार। गोवंश की देखभाल के लिए केंद्र पर पांच गो सेवक तैनात किए गए हैं, इसके बाद भी व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पा रही है। कोईलपुरा के प्रधान सियाराम चौधरी ने कहा कि पहले की अपेक्षा व्यवस्था सुधरी है। जितना उनसे हो पा रहा है कर रहे हैं।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि

वृहद गो सरंक्षण केंद्र कोईलपुरा का भी निर्माण लो लैंड पर होने से वहां बारिश का पानी जमा हो गया है। गोवंश के बीमार होने की जानकारी नहीं है। वह खुद केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेंगे। व्यवस्था में जो भी कमी होगी दूर किया जाएगा।


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