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बस्ती के कांस्टेबल की मार्ग दुर्घटना में मौत

कुशीनगर जिले में तैनात कांस्टेबल संदीप की माघ मेले में लगी थी ड्यूटी कप्तानगंज थाना क्षेत्र के फरेंदा सेंगर गांव का निवासी था कांस्टेबल संदीप

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 12:21 AM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 12:21 AM (IST)
बस्ती के कांस्टेबल की मार्ग दुर्घटना में मौत
बस्ती के कांस्टेबल की मार्ग दुर्घटना में मौत

जागरण संवाददाता, महाराजगंज, हर्रैया, बस्ती : कप्तानगंज थाना क्षेत्र के फरेंदा सेंगर गांव निवासी कांस्टेबल संदीप कुमार (28) पुत्र देवतादीन की प्रयागराज जिले में मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। हादसे के वक्त वह माघ मेला ड्यूटी से वापस लौट रहे थे। इनकी तैनाती कुशीनगर जिले में हैं। निधन की खबर सुनते ही गांव के लोग गमजदा हो गए तो घर में कोहराम मच गया।

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शनिवार की रात 8.30 बजे कांस्टेबल संदीप अपनी मोटरसाइकिल से बक्शी बांध होते हुए प्रयागराज माघ मेला में ड्यूटी पर जा रहा था रास्ते में तेज रफ्तार बांस लदी मैजिक ने संदीप की मोटरसाइकिल में जोरदार टक्कर मार दिया। जिससे संदीप गंभीर रूप से घायल हो गए और मोटरसाइकिल सहित गिर गए। आसपास के लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सक ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। संदीप तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। मृतक संदीप के बड़े भाई पवन यादव बीएसएफ में तैनात हैं। घटना के बाद संदीप के घर ढांढस बधाने तमाम लोग पहुंचे। घटना के बाद वहां मौजूद सभी की आंखें नम दिखी। पिता देवतादीन बेसुध हो गए तो माता कबूतरा देवी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रविवार को देर शाम सिपाही का शव गांव में पहुंचा। अंतिम संस्कार भिउरा घाट पर किया गया। घर में लटकी मिली किशोरी की लाश

जागरण संवाददाता,छावनी,बस्ती:

छावनी के लकड़ी पांडेय गांव में रविवार को किशोरी का शव घर में दुपट्टे के फंदे से लटका पाया गया। सूचना पर पुलिस पहुंची शव को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है। थानाध्यक्ष सर्वेश राय ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। फिलहाल घटना की छानबीन की जा रही है।

पिता राकेश पांडेय चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं। कुछ दिन पहले गांव लौटे थे। शनिवार की रात घर में बेटी वंदना (16) के अलावा पिता राकेश पाण्डेय, मां राजलक्ष्मी,भाई श्रवण कुमार, बडे भाई राहुल की पत्नी प्रीती व छोटी बहन कंचन मौजूद थे। बड़ा भाई राहुल पाण्डेय पिता के साथ चंडीगढ़ में ही रहता है। स्वजन बताते हैं देररात खाना खाने के बाद वंदना अपने कमरे में सोने चली गई। उसे देर तक जागने की आदत थी। सुबह उसे जगाने मां गई तो उसका शव फंदे से लटकता मिला। पिता का कहना है वह मंदबुद्धि की थी।


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