टू-लेन सड़क सर्विस लेन से जुड़ी, जाम की वजह बनी
मूड़घाट से बड़ेवन के बीच लुंबिनी से दुद्धी सड़क परियोजना नदारद फोरलेन-टू-लेन का ट्रैफिक सर्विस रोड पर आते ही लग जाता है जाम
बस्ती : बड़ेवन पर लगने वाला जाम शहरवासियों के लिए मुसीबत बन गया है। इसकी वजह इस चौराहे से जुड़ने वाले सर्विस लेन पर क्षमता से अधिक वाहनों का आवागमन है। तीन मीटर चौड़े सर्विस लेन पर अत्याधिक वाहन क्यों है, इसका कारण भी जान लीजिए। ऐसा लुंबिनी-दुद्धी टू-लेन सड़क की अधकचरी कार्ययोजना के चलते है। टांडा से आ रही यह टू-लेन सड़क अमहट पुल के पास लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन से तो मिल जाती है, लेकिन आधे किलोमीटर बाद ही मूड़घाट चौराहे से यह सर्विस रोड में जुड़ जाती है। बड़ेवन चौराहे पर जाम इसी के चलते लगता है।
लुंबिनी से दुद्धी तक 350 करोड़ रुपये की सड़क परियोजना तो तैयार हो गई, लेकिन बस्ती में मूड़घाट से बड़ेवन तक एक किलोमीटर की दूरी को परियोजना में शामिल नहीं किया गया। बताते हैं कि इसको छोड़ने की वजह यहां की सघन आबादी थी। टू-लेन सड़क बनती तो कई घर चपेट में आते, जिसे तोड़ना, मुआवजा देना कठिन काम था। ऐसे में इस दूरी को छोड़कर दोनों तरफ सड़क बनाकर बीच के हिस्से को सर्विस रोड के भरोसे छोड़ दिया गया। टू-लेन और फोरलेन के बाद सर्विस रोड पर आते ही वाहनों की रफ्तार कम हो जाती है, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है।
हवेलिया निवासी वैभव पांडेय बताते हैं कि लुंबिनी-दुद्धी मार्ग को सर्विस रोड में नहीं जोड़ना चाहिए था। सिद्धार्थनगर में सड़क निर्माणाधीन होने के चलते ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है। बड़ेवन चौराहे पर जाम से आवागमन कठिन हो गया है।
कौशल किशोर शुक्ल ने कहा कि पहले हम लोग बड़ेवन के रास्ते ही शहर में प्रवेश करते थे। अब ट्रैफिक का लोड बढ़ने से मुश्किल होती है। टू-लेन को अलग मार्ग से जोड़ना चाहिए। वर्जन
मूड़घाट से बड़ेवन तक टू-लेन सड़क का निर्माण संभव नहीं हो पाया। इसलिए सर्विस रोड का सहारा लेना पड़ा।
आशीष शुक्ल, एक्सईएन, एनएचएआइ।