खतरे के निशान से 64 सेमी ऊपर हुई सरयू नदी
गांवों में पहुंचने लगा बाढ़ का पानीकई गांवों का संपर्क कटा
बस्ती: सरयू नदी एक बार फिर भयावह रूप धारण करती जा रही है। बढ़ते जल स्तर से विक्रमजोत विकास खंड के आधा दर्जन गांव मैरुंड हो चुके हैं,घरों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है जिससे लोग अपना आशियाना छोड़ने के लिये मजबूर हैं । केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार को सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 64 सेमी ऊपर 93.370 मीटर पहुंच गया। लगातार जलस्तर में वृद्धि से जनपद की सीमा पर स्थित रिधौरा ग्राम पंचायत का लमती पुरवा में तीन तरफ से पानी भर गया है। घघौवा पुल से नदी का पानी परशुरामपुर ब्लाक के दर्जन भर गांव में पहुंचने लगा है। इधर विक्रमजोत ब्लाक के तटबंध विहीन व आपदा ग्रस्त गांव भरथापुर, कल्यानपुर,पड़ाव गांव पूरी तरह से मैरुंड हो चुके हैं। ग्राम प्रधान संजय व कोटेदार हेमंत पाण्डेय के अनुसार गांव में करीब एक दर्जन घरों में बाढ़ का पानी फिर भर गया है। बाढ़ के चलते जानवरों के लिये भी दाने चारे का संकट उठ खड़ा हुआ है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गयी है पर अभी तक कोई राहत कार्य शुरू नहीं हुआ है। वहीं रास्ते में पानी भर जाने से वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। चानपुर,संदलपुर गांव में भी बाढ़ का पानी गांवों में घुसने को बेताब है। जिसके चलते गांव का रास्ता प्रभावित हो गया है। अइलिया जुग्गाराय व बड़ागांव,बेतावा ,कन्हईपुर में भी जलभराव की स्थित है। शम्भूपुर,नरसिंहपुर,खेमराजपुर,पकड़ी,लकड़ी दूबे व अर्जुनपुर सहित दो दर्जन गांवों में रहने वाली आबादी बाढ़ की चपेट में हैं। संदलपुर गांव में कटान जारी है।