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कैश बुक से गायब हो गए 20 लाख रुपये, घोटाले का अंदेशा

विद्युत विभाग में एक बार फिर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गई है। इस बार सीधे 20 लाख रुपये का हेरफेर उजागर हुआ

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 11:27 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 11:27 PM (IST)
कैश बुक से गायब हो गए 20 लाख रुपये, घोटाले का अंदेशा
कैश बुक से गायब हो गए 20 लाख रुपये, घोटाले का अंदेशा

बस्ती : विद्युत विभाग में एक बार फिर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गई है। इस बार सीधे 20 लाख रुपये का हेरफेर उजागर हुआ है। कैश बुक से गायब इतनी बड़ी रकम से अधिशासी अभियंता से लेकर कैशियर तक हैरान व परेशान दिख रहे हैं। खैर, अब बचाव के तौर-तरीके ढूंढ़ रहे हैं। मई 2015 से जनवरी 2018 तक जमा हुए उपभोक्ताओं के 20 लाख रुपये आखिर कहां गए, इसको लेकर अभियंता भी ¨चतित हैं। आडिट में पकड़ी गई यह खामियां घोटाले की ओर इशारा कर रही हैं।

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विद्युत वितरण खंड प्रथम में हुए इस खेल को लेकर विभाग में खलबली मच गई है। बता दें कि बीते मई 2015 से जनवरी 2018 तक बिल समेत जुर्माने की रकम टीम वसूलती रही। जब कैश बुक में दर्ज कैश की आडिट की गई तो इसमें 20 लाख रुपये गायब मिले। इंट्री न होता देख सबके होश हो उड़ गए। इतनी बड़ी रकम आखिर कहां गई, इसकी खोजबीन शुरू हो गई। आलमारी में रखी पुरानी फाइलें उलटी गईं लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। बताया जा रहा है कि इसमें मिलीभगत का खेल है। इसमें कैशियर की गर्दन फंसती नजर आ रही है, चूंकि अगर रकम मिली तो वह पैसा दर्ज करने के बजाए आखिर कहां खपा दिए, अगर पैसा नहीं मिला तो वह कौन अधिकारी हैं, जो पैसे नहीं दिए। फिलहाल अब जांच होने पर इसका खुलासा होगा। 20 लाख रुपये के इस हेरफेर के मामले से चर्चांए तेज हैं। अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण एके ¨सह ने बताया कि कैश बुक में इंट्री क्यों नहीं है। इसकी जांच कराई जा रही है। वहीं मुख्य अभियंता विद्युत वितरण ओपी यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। 20 लाख रुपये आखिर कहां गया, इसकी जानकारी मांगी गई है। इसमें जो भी खेल हुआ होगा, संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।


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