निजीकरण को लेकर बिजलीकर्मियों ने किया विरोध प्रदर्शन
अभियंताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण बर्दाश्त नहीं।
जागरण संवाददाता, बस्ती : पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निजी हाथों में सौंपे जाने की तैयारी की भनक लगते ही अभियंताओं व कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ गया। बुधवार को 22वें दिन भी निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर ध्यानाकर्षण विरोध-प्रदर्शन किया गया। शाम को छह से सात बजे तक मोमबत्ती जलाकर निजीकरण के मसौदे की प्रतियों को लेकर मातम मनाया। समिति के संयोजक अशर्फीलाल ने कहा कि समिति और ऊर्जा प्रबंधन के बीच समझौता हुआ था। उसका उल्लंघन किया जा रहा है। केंद्र सरकार पर उन्होंने निशाना साधा। कहा कि सरकार पूरे देश के सभी डिस्कॉम को निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र कर रही है। सरकार निरंकुश हो गई है, जो लगातार कर्मचारी, किसान, जनविरोधी कानून लागू करने पर आमादा है। कर्मचारियों ने चेताया यदि सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो हम जेल भरो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। सह संयोजक आनंद गौतम, इं. बलबीर यादव, अरुण कुमार उपाध्याय, आशुतोष लाहिड़ी, जितेंद्र मौर्य ने संबोधित किया। मोहित कुमार, रामसहाय, मनोज कुमार यादव, अभिषेक चंद्र ओझा, हेमंत सिंह, छोटे लाल, विजय पाल आदि मौजूद रहे।