पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्प्ष्ट नहीं, बिसरा संरक्षित
बस्ती: पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के ब्योतहरा गांव में 28 मार्च की देर शाम विवाहिता अर्चना की संि
बस्ती: पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के ब्योतहरा गांव में 28 मार्च की देर शाम विवाहिता अर्चना की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला उलझ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा संरक्षित कर लिया गया है। दूसरी तरफ परिजनों का कहना है कि पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज तो दर्ज कर लिया, मगर नामजद एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर रही है। यह आरोप दिवंगत अर्चना के पिता भुईलोट चौधरी निवासी देवरिया माफी थाना मुंडेरवा ने पुलिस अधीक्षक को भेजे शिकायती पत्र में लगाया है। भुईंलोट ने 30 मार्च को पुरानी बस्ती थाने में तहरीर देकर बेटी के ससुराल वालों पर दहेज की मांग करने और न दे पाने की स्थिति में मारने पीटने और गला दबाकर जान से मार डालने के आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पति विजय पाल, ससुर रामराज, सास सुदामा देवी सहित 6 पर दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या की धारा में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के बाद भी उन्हे गिरफ्तार नहीं कर रही है। इतना ही नहीं आरोपितों की ओर से जानमाल की धमकी भी दी जा रही है। मामले में पीड़ित ने आरोपितों की गिरफ्तारी कराने और जानमाल की सुरक्षा का अनुरोध किया है। मामले की जांच कर रहे सीओ सिटी पवन गौतम ने बताया कि पोस्टमार्टम में अर्चना के शरीर पर कोई इंजरी नहीं मिली। मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण बिसरा संरक्षित कर लिया गया। जब तक बिसरा रिपोर्ट नहीं आ जाती पुलिस किसी भी आरोपित की न तो गिरफ्तारी कर सकती है और न ही चार्जसीट दाखिल होगी।