धरा पर रोशनी की बहार,आसमान हुआ उजियार.
लक्ष्मी-गणेश की हुई स्तुति जलाए गए दीप पटाखों से गूंज उठा नील गगन सतरंगी छटा
जागरण संवाददाता, बस्ती : दीपोत्सव खुशियों का पैगाम लेकर उतरा। सप्ताह भर से घर-घर चल रही तैयारी शनिवार को सामने आई तो हर कोई उमंग, उत्साह, माधुर्य और आत्मरंजन से भर उठा। दिनभर किस्म-किस्म की खरीदारी से बाजार की रौनक देखते बन रही थी। शाम ढलते ही पूजन-अर्चन का दौर शुरू हुआ। लक्ष्मी-गणेश और कुबेर भगवान की विधि विधान से स्तुति हुई। इसके बाद खुशी के दीप जलाए गए। घर की कोठरी, दलान, देहरी, आंगन, गलियारा, चौखट, दरवाजा, खेत-खलिहान सब दीये से जगमग हो गए। मानो अमावस की रात धरा पर रोशनी की बहार आ गई हो। आसमान भी सतरंगी छटा में झिलमिला रहा था।
दीपावली पर्व की धूम चहुंओर दिखी। दूरदराज रहकर नौकरी करने वाले लोग छुट्टियों में पर्व मनाने घर पहुंचे। शाम ढलते ही पर्व की भव्यता शिखर पर पहुंच गई। कोना-कोना रोशनी से उजियार हो गया। नील गगन में पटाखों की गूंज होने लगी। धूम-धड़ाम का सिलसिला देररात तक बना रहा। छतों पर गगनभेदी पटाखे छोड़े गए। बच्चे, बुजुर्ग, जवान, महिलाएं सभी खुशियों में डूबे हुए थे। पर्व की बधाइयां सुबह से बांटी जाने लगी। तरह-तरह के उपहार के साथ लोग अपने चिरपरिचितों से मिलकर खुशियों का इजहार किया। परिवार के लोग एक साथ घर से लेकर गांव मोहल्ले के देव स्थलों तक दीपदान कर रहे थे। धरा से अंधकार मिटाने का यह पर्व हर किसी के लिए मनभावन रहा। बाजार में उमड़ी भीड़
दीपावली के दिन भी बाजार में भीड़ उमड़ी रही। खान, पान, पकवान के सामग्रियों की जमकर खरीदारी हुई। जगह-जगह मिठाई, लइया, गट्टा की दुकानें सजी रही। लोग एक साथ विविध सामग्रियों की खरीदारी कर रहे थे। गांधीनगर, मंगल बाजार, पांडेय बाजार, कंपनीबाग, कटरा आदि जगहों पर सड़क की पटरियों पर इन दुकानों की भरमार रही। फूल माला की भी बढ़ी बिक्री सुबह से ही फूल माला की बिक्री खूब हुई। प्रमुख चौराहों और बाजार में जगह-जगह फूल कारोबारी आकर्षक फूलों की डलिया के साथ बैठे रहे। कमल पुष्प 100 रुपये, गेंदा माला 30 रुपये, गुलाब फूल 20 रुपये, गुलदस्ता 100 से 500 रुपये में बेचे गए। पटाखों की हुई दिनभर खरीदारी
बच्चे और जवान दिनभर पटाखों की खरीदारी कर रहे थे। शहर के जीआइसी मैदान में पटाखे की एक साथ दर्जनभर दुकानें सजाई गई थी। यहां ग्राहकों के आने जाने का सिलसिला दिनभर बना रहा। आतिशबाजी के लिए लोग मनपसंद पटाखे खरीदे। कारोबारी सुनहरा अवसर मान पटाखों की खरीदारी पर छूट भी दे रहे थे।