लुंबिनी तक कब दौड़ेंगी गाड़ियां
बस्ती : भगवान बुद्ध की जन्म स्थली लुंबिनी तक आखिर लोग कब फर्राटा भरते पहुंच पाएंगे यह बड़ा सवा
बस्ती : भगवान बुद्ध की जन्म स्थली लुंबिनी तक आखिर लोग कब फर्राटा भरते पहुंच पाएंगे यह बड़ा सवाल बन गया है। चार वर्ष पूर्व लुंबिनी-दुद्धी सड़क परियोजना को स्वीकृति मिली थी। उम्मीद जगी शैलानियों और पूर्वाचलवासियों के लिए बुद्ध की जन्मस्थली तक पहुंचने का मार्ग आसान होगा। मगर यह तो और कठिन हो गया। टू-लेन सड़क निर्माण के नाम पर पुरानी सड़क तीन वर्ष पहले ही उखाड़ दी गई। तभी से सड़क का निर्माण चल रहा है। मगर बस्ती और सिद्धार्थनगर दोनों जनपदों में यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। बस्ती मंडल में इंडो-नेपाल बार्डर ककरहवा से कलवारी थाना सीमा घाघरा पुल तक 122.270 किमी सड़क परियोजना की शुरूआत वर्ष 2015 में हो गई। यह सड़क लुंबिनी-दुद्धी मार्ग का आखिरी हिस्सा है। इसके बाद अंबेडकरनगर- आजमगढ़ और आजमगढ़-बनारस मार्ग का निर्माण भी शामिल है। लगभग 300 किमी लंबाई की टू-लेन सड़क का निर्माण होना है। इससे नेपाल सीमा से बनारस तक की यात्रा आसान होती। मगर बस्ती मंडल में सड़क परिवहन राज्यमार्ग मंत्रालय के अधीन हो रहे सड़क के निर्माण की प्रगति बेहद धीमी है। बस्ती जनपद सीमांतर्गत कुल 397 करोड़ रुपये खर्च कर सड़क को तैयार करना था। यहां निर्माण की स्थिति कुछ हद तक संतोषजनक है। टुकड़ों में सड़क निर्माण लगभग पूरा है। बस उसे जोड़ने का काम कई जगहों पर बचा हुआ है। मगर 393 करोड़ से सिद्धार्थनगर जनपद में निर्मित होने वाली यह सड़क अधर में है। रुधौली कस्बा पार करते ही बांसी तक 20 किमी की यात्रा में यह सड़क कई जगहों पर आधे अधूरे कार्य कर छोड़ दिए गए है। जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। इसके अलावा सिद्धार्थनगर मुख्यालय से आगे ककरहवा मार्ग भी कई जगहों पर खस्ताहाल है।
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जमीन का अधिग्रहण अभी भी बाकी
मंडल में लुंबिनी-दुद्धी मार्ग के निर्माण के लिए सबसे प्राथमिक कड़ी जमीन अधिग्रहण का कार्य भी अभी पूरा नहीं हो सका। बस्ती में ही महरीपुर एवं नगरबाजार क्षेत्र के कुछ गांव के काश्तकारों की जमीन अभी अधिग्रहित नहीं हो सकी है। सिद्धार्थनगर जिले में आधा दर्जन गांव की जमीन इस सड़क में आ रही है। मगर इनके अधिग्रहण का कार्य पूरा नहीं है।
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अभी एक भी बड़े ब्रिज तैयार नहीं
लुंबिनी-दुद्धी मार्ग पर सड़क निर्माण के दौरान बस्ती मंडल में छोटे बड़े एक दर्जन पुल निर्मित होने हैं। बड़े ब्रिज में एक भी पूरा नहीं है। बेलाड़ी ओवर ब्रिज लंबे समय के बाद अब जाकर पूरा हो पाया है। यहां से लगभग 7 किमी दूरी के बाद एक्सड़ा पुल अभी निर्माणाधीन है। फुटहिया चौराहे पर लखनऊ-फैजाबाद सड़क परियोजना की क्रा¨सग है। इसलिए यहां ओवर पास ब्रिज प्रस्तावित है। मगर इसका निर्माण अभी तक पूरा नहीं है। मनौरी चौराहे पर ओवर ब्रिज निर्माणाधीन है। यहां रेलवे ओवर ब्रिज भी निर्माणाधीन है। रेलवे अधिकारियों की मौके पर मौजूदगी न हो पाने से इस ब्रिज पर स्लैब का कार्य बचा हुआ है। सिद्धार्थनगर के भीमापार में भी रेलवे ओवर ब्रिज आरओबी इसी वजह से निर्माणाधीन है। इसके 60 मीटर चौड़ाई के 6 माइनर ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है।
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वर्ष 2015 में केंद्रीय मंत्री ने किया था शिलान्यास
बस्ती मंडल में लुंबिनी-दुद्धी सड़क परियोजना का शुभारंभ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कलवारी में शुभारंभ किया था। दो वर्ष के भीतर इस परियोजना के पूरे होने का आश्वासन भी दिया गया था। जबकि इस परियोजना को स्वीकृति पूर्व की सरकार में ही मिल गई थी।
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सिद्धार्थनगर में हाथ खड़े कर दी कांस्ट्रक्शन कंपनी
सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से बस्ती जिले में केएमसी और सिद्धार्थनगर जनपद के लिए एचसीसी कंपनी से सड़क निर्माण का कांट्रेक्ट किया गया था। मगर निर्माण कार्य मझधार में छोड़ एचसीसी कंपनी ने सिद्धार्थनगर में हाथ खड़े कर लिए। अब यहां सड़क निर्माण पूरा होना मुश्किल दिख रहा है।
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बस्ती में जुलाई तक पूरा हो जाएगा कार्य
मंत्रालय के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आशीष शुक्ल ने कहा कि बस्ती में सड़क निर्माण कार्य समाप्ति की ओर है। सड़क लगभग पूरी हो चुकी है। ब्रिज के निर्माण कार्य कुछ बाकी हैं। जुलाई तक सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। जहां तक सिद्धार्थनगर की बात है तो नए कांट्रेक्टर की खोज उच्च स्तर पर हो रही है।