मिशन शक्ति से सुरक्षा के साथ महिलाएं हो रहीं आत्मनिर्भर
बस्ती में 1.39 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया बेटियों को सशक्त बना रही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना
एसके सिंह,बस्ती : सरकार की मिशन शक्ति महिलाओं को सुरक्षा,सम्मान के साथ आत्मनिर्भर बना रही है। शहर से लेकर गांव तक एक ओर जहां महिलाओें में सुरक्षा के लिए आत्मविश्वास पैदा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इनके प्रशिक्षण,फंडिग से लेकर मार्केटिग तक का कार्य एनआरएलएम कर रहा है। बस्ती जिले में 12680 समूह गठित कर 1.39 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा चुका है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना भी नारी सशक्तीकरण में अहम भूमिका निभा रही है। बेटियों को सशक्त बना रही है यह योजना
वैसे तो नारी सशक्तीकरण के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना काफी कारगर साबित हो रही है। यह बेटियों की पढ़ाई से लेकर आत्मनिर्भर बनाने तक कार्य कर रही है। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की लड़कियों की शिक्षा और उनके अच्छे भविष्य के लिए यह योजना चलाई जा रही है। योजना में बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों का ही ख्याल रखा जाता है। वर्ष 2019-20 में 5787 बेटियों को योजना से लाभान्वित किया गया। चालू वित्तीय वर्ष में दिसंबर तक 2323 आनलाइन आवेदन किए गए थे जिसमें से 235 को इसका लाभ दिया जा चुका है। नए वर्ष में अधिकाधिक बेटियों को योजना का लाभ देने की तैयारी है। योजना में एक बेटी को श्रेणीवार कुल 15 हजार रुपये दिए जाते हैं। यह रही योजना की पात्रता
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना गरीब वर्ग के लोगों के लिए अगस्त 2019 में शुरू की गई। योजना का लाभ उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जिनकी सालाना आमदनी तीन लाख रुपये या फिर इससे कम है। एक परिवार की अधिकतम दो बालिकाओं को योजना का लाभ दिया जा सकता है,यदि किसी महिला को जुड़वा बेटियां होती है,और इसके बाद तीसरी संतान भी बेटी होती है तो तीसरी बेटी को भी इस योजना के लिए पात्र माना जाएगा। आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। योजना में ऐसे मिलता है लाभ
- बच्ची के जन्म के समय दो हजार रुपये ।
- बेटी के टीकाकरण के समय एक हजार रुपये ।
- बेटी के पहली कक्षा में प्रवेश के समय दो हजार रुपये ।
- बेटी के छठवीं कक्षा में प्रवेश के समय दो हजार रुपये।
- नौवीं कक्षा में प्रवेश के समय तीन हजार रुपये।
- 10वीं और 12वीं कक्षा के उपरांत आगे की पढ़ाई के लिए पांच हजार रुपये। -मिशन शक्ति की प्रमुख गतिविधियां-
-एलईडी वैन से ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण के बारे में प्रचार प्रसार करना।
-आंगनबाड़ी केंद्रों में किशोरियों एवं बच्चों को जागरूक करना।
-मिशन शक्ति के तहत संचालित योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए संगोष्ठी आयोजित करना।
-समस्त थाना एवं पीआरवी द्वारा पुलिस मित्र बनाने हेतु प्रोत्साहित करना।
-एंटी रोमियो स्क्वायड को सक्रिय करना ।
-महिला सशक्तीकरण विषयक गोष्ठी आयोजित करना।
-यात्री वाहनों में चालक एवं परिचालक को महिला यात्रियों के प्रति उचित व्यवहार करने की सलाह ।
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नारी सशक्तीकरण के लिए मिशन शक्ति मुहिम काफी कारगर साबित हो रही है। महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के साथ ही उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनआरएलएम के समूहों से जोड़ा जा रहा है। बस्ती जिले में अब तक एक लाख 39 हजार महिलाएं स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बन चुकी है।
सरनीत कौर ब्रोका,मुख्य विकास अधिकारी