छप्पर में गुजर बसर, सड़क-नाली की भी सुविधा नहीं
महेशपुर गांव में नहीं पहुंची बुनियादी सुविधाएं -आवास नाली पानी और सड़क के लिए तरस रहे ग्रामीण
जागरण संवाददाता, हर्रैया, बस्ती : गांवों के विकास का सपना सरकार भले ही संजोए है लेकिन यह हकीकत में तब्दील नहीं हो पा रही है। जिम्मेदारों की उपेक्षा के चलते गांव की सूरत नहीं बदल पा रही है। ऐसा ही एक गांव है विक्रमजोत ब्लाक का महेशपुर। यहां अभी भी सड़क, नाली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंची है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का गुजर बसर छप्पर में हो रहा है।
गांव में आवास योजना का लाभ अधिकतर पात्रों को नहीं मिला है। ओडीएफ घोषित गांव में कुछ शौचालय यदि बने तो अधिकतर उपयोग में ही नहीं आ पाए हैं। किसी का ढक्कन क्षतिग्रस्त हो चुका है तो किसी में दरवाजा या छत नहीं है। यहां नाली, पानी, सड़क की भी सुविधा नहीं है। घरों का गंदा पानी इधर-उधर पसरा है। कुछ ग्रामीणों ने तो शौचालय न मिलने का आरोप लगाया। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बारिश के दिनों में जलभराव का संकट गहरा जाता है। गांव की कच्ची सड़क पर कीचड़ होने से आवागमन मुश्किल रहता है। कांती देवी, आलोक कुमार सहित आधा दर्जन परिवार छप्पर में गुजर-बसर कर रहे हैं। अब तक उन्हें आवास मुहैया नहीं कराया जा सका है। बताया कि जिम्मेदारों ने उन्हें आवास के लिए पात्रता सूची में नहीं शामिल किया। बसेवा गांव में एक दर्जन इंडिया मार्क-टू नल खराब हैं। अधिकतर दूषित पानी दे रहे हैं। अरविद कुमार, आलोक कुमार, राजेंद्र, राजेश आदि ने बताया कि गांव में सफाई कर्मी नहीं आते हैं। एडीओ पंचायत हरिओम पाल ने कहा कि पात्र लोगों को आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा। सफाई कर्मी यदि गांव में नहीं जाते है तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।