पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था घायल कमलेश
जिला अस्पताल बस्ती में पुलिस अभिरक्षा के बीच कमलेश का इलाज चल रहा था इसी बीच 30 अप्रैल को वह पुलिस हिरासत से भाग निकला।
जासं, बस्ती : 27 अप्रैल 2016 को छावनी के गौरियानैन में बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान शातिर बदमाश रामकुमार यादव मारा गया था जबकि कमलेश मांझी के दाहिने जांघ में गोली लगी थी। पुलिस ने मौके से उसे और उसके दो अन्य साथियों धर्मेंद्र गुप्ता और राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया था। जिला अस्पताल बस्ती में पुलिस अभिरक्षा के बीच कमलेश का इलाज चल रहा था, इसी बीच 30 अप्रैल को वह पुलिस हिरासत से भाग निकला। कमलेश ने बताया कि वह भागने के बाद गुजरात चला गया। बीच-बीच में वह चोरी छिपे घर आता रहता था।
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कैशवैन से गार्ड से लूटी गई थी डीबीबीएल गन
एसपी ने बताया कि अयोध्या के रामजन्म भूमि थाने के कौशिल्याघाट के कमलेश के पास मिले बंदूकों के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अगस्त 2016 में उसे गोसाईगंज अयोध्या के रामकिशन निषाद और अभिषेक तिवारी ने कौशिल्या घाट पर दो डीबीबीएल गन रखने के लिए दिए थे। बाद में वे उसे लेने नहीं आए। पूछताछ के दौरान पता चला फैक्ट्री मेड दोनो बंदूक 26 अगस्त 2016 को अयोध्या के रौनाही टोल के कैशवैन से लूट के दौरान गार्ड से लूटी गई थी।
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पुलिस टीम में यह रहे शामिल
प्रभारी निरीक्षक छावनी, एसओजी प्रभारी और एसओ हर्रैया के अलावा सर्विलांस सेल प्रभारी जितेंद्र सिंह, एसएसआइ छावनी श्याम मोहन तिवारी, एसआइ राहुल गुप्ता, सुरेश यादव, रामप्रसाद यादव, अंशुमान सिंह, हेड कां. अनिल कुमार, कां.जितेंद्र यादव, जनार्दन प्रजापति, जयहिद यादव, पंकज यादव, शिवानंद सिंह, अमरनाथ, अजय कुमार यादव, आदित्य पांडेय, रामसुरेश, बुद्धेश और दिलीप कुमार शामिल हैं।