कृषि बिल के विरोध में भाकियू ने दिया धरना
सरकार किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाना चाहती है।
बस्ती : सोमवार को राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के नेतृत्व में नए कृषि बिलों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर बस्ती सदर तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। धरने के बाद जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को आठ सूत्री ज्ञापन भेजकर किसान विरोधी बिल को तत्काल वापस लेने की मांग की गई है।
धरने में भाकियू जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में कानून नियंत्रण, मुक्त विपणन, भण्डारण, आयात निर्यात किसान हित में नहीं है। इसका खामियाजा देश के किसान विश्व व्यापार संगठन के रूप में भुगत रहे हैं।
धरने की अध्यक्षता भाकियू मण्डल महासचिव शोभाराम ठाकुर ने की। कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाया गया कृषि बिल किसानों को कम्पनियों का गुलाम बना देगा और किसान अपने ही खेत में मजदूर बन जायेगा, सरकार किसान विरोधी इस निर्णय को वापस ले अन्यथा भाकियू आर-पार का संघर्ष करने को बाध्य होगी।
धरने को दीवान चन्द पटेल, रामनवल किसान, डा. आर.पी. चौधरी, पारसनाथ गुप्ता, बंधू चौधरी, शिवमूरत चौधरी, हृदयराम वर्मा, राम प्रताप, शिवशंकर पाण्डेय, त्रिवेनी चौधरी, फूलचंद चौधरी, रामफेर, राधेश्याम गौड़, चन्द्र प्रकाश, नाटे चौधरी, रमेश चौधरी आदि ने सम्बोधित किया। अभिलाष श्रीवास्तव, दीपनरायन, रामदास, रामनयन, टुनटुन चौधरी, प्रेमचन्द चौधरी, साहेबराम, राम पार्वती, चम्मन देवी, शकुन्तला, शीला देवी, जोहरा देवी, रामधीरज पटेल सहित अनेक किसान, मजदूर मौजूद रहे।