खजांचीपुर में तेज कटान से ग्रामीण सहमे
सरयू नदी तटबंध के नजदीक पहुंची तेज कटान से किसान भूमिहीन हो रहे।
जासं, दुबौलिया, बस्ती : सरयू नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। लेकिन कटान तेज हो गई है। दुबौलिया विकास क्षेत्र में सरयू की विनाशलीला आम हो गई है। न जाने कितने किसानों को नदी ने इस बार भूमिहीन बना दिया है।
मंगलवार को सरयू का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 39 सेंटीमीटर नीचे 92.34 मीटर पर दर्ज किया गया। जलस्तर घटने से बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत मिली है। कटान के नाते तटबंध के निकटवर्ती खजांचीपुर, खलवा, दुबौलिया आदि गांवों के लोग सहमे हुए हैं। खजांचीपुर और खलवा मजरे के बीच बने स्परों के अग्रभाग को नदी रोजाना अपनी धारा में मिला रही है। बंजरिया, बिसुनदासपुर, गौरा, दिलासपुरा, टकटकवा गांव के निकट नदी कृषि योग्य भूमि काट कर किसानों के अरमानों पर पानी फेर दी है। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया तटबंध पर आवश्यकता अनुसार मरम्मत कार्य कराया जा रहा है।
--
यहां भी बर्बाद हो गई फसल
गायघाट : कुदरहा ब्लाक क्षेत्र के कलवारी-रामपुर तटबंध के दक्षिण खेती करने वाले किसानों के अरमान बाढ़ के पानी में बह गए। यहां बाढ़ का पानी भले ही खेत से उतर चुका हैं, लेकिन तबाही का निशान किसानों की चिता कारण बन गया है। सैकड़ों बीघा धान की फसल जलमग्न होने से बर्बाद हो गई है। महुआपार कला गांव के किसान अब्दुल अजीम, झिनक, इमरान, सलाहुद्दीन, शकीला खातून, लड्डन, नौशाद आदि ने बताया कि पूंजी लगाकर धान की खेती की थी। लेकिन अब सबकुछ तहस नहस हो गया है।