Move to Jagran APP

सड़क पर बेसहारा, राह चलना मुश्किल

सड़क पर बेसहारा पशुओं के चलते इन दिनों राह चलना दूभर हो गया है। जबकि गोआश्रय केंद्र में अभी काफी जगह है। दूसरी तरफ बेसहारा पशु सड़क पर उत्पात मचा रहे हैं। बेसहारा पशुओं को गो संरक्षण केंद्र में रखने की सरकार की योजना सफल नहीं हो पा रही है। नगर पालिका क्षेत्र में इनको पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 11:37 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 11:37 PM (IST)
सड़क पर बेसहारा, राह चलना मुश्किल
सड़क पर बेसहारा, राह चलना मुश्किल

बस्ती : सड़क पर बेसहारा पशुओं के चलते इन दिनों राह चलना दूभर हो गया है। जबकि गोआश्रय केंद्र में अभी काफी जगह है। दूसरी तरफ बेसहारा पशु सड़क पर उत्पात मचा रहे हैं। बेसहारा पशुओं को गो संरक्षण केंद्र में रखने की सरकार की योजना सफल नहीं हो पा रही है। नगर पालिका क्षेत्र में इनको पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही है।

loksabha election banner

बेसहारा पशुओं को कान्हा गोशाला में रखने की योजना खानापूर्ति बन कर रह गई है। जबकि बेसहारा पशु गोशाला से ज्यादा सड़क पर हैं, इससे आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। नगर पालिका कार्यालय के पीछे बने कान्हा गोशाला की क्षमता पहले 500 की बताई गई थी, अब दो से ढाई सौ पशु रखने की बात कही जा रही है। राहगीर मोनू ने बताया कि सड़क पर पशुओं के होने से आवागमन प्रभावित होता है। बगल से निकलने में डर लगता है। ईओ नगर पालिका डा. मणि भूषण तिवारी ने बताया कि 50 खूंटा और बढ़ाए जाएंगे, ताकि जो पशु सड़क पर हैं, उनको केंद्र में लाया जा सके। फिलहाल 113 पशु रखे गए हैं। पकड़ने का अभियान नियमित चल रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.