अप्रशिक्षित हाथों को सौंप दिया पर्चा बनाने का काम
महिला अस्पताल में अप्रशिक्षित हाथों में पर्चा बनाने का काम सौंप दिया गया है। अप्रशिक्षित कर्मचारी पर्चा में ठीक मरीज का नाम-पता तक नहीं लिख पा रहे हैं। मरीजों को जांच में इससे परेशानी हो रही है। दोबारा नाम में संशोधन कराना पड़ रहा है।
बस्ती : महिला अस्पताल में अप्रशिक्षित हाथों में पर्चा बनाने का काम सौंप दिया गया है। अप्रशिक्षित कर्मचारी पर्चा में ठीक मरीज का नाम-पता तक नहीं लिख पा रहे हैं। मरीजों को जांच में इससे परेशानी हो रही है। दोबारा नाम में संशोधन कराना पड़ रहा है।
हाल ही में महिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग से 13 कर्मियों को रखा गया। बिना किसी तैयारी के इन कर्मियों को पर्चा बनाने के काउंटर पर लगा दिया जा रहा है। मंगलवार को कुछ ऐसे मामले आए जिसे देख लोग आश्चर्य में पड़ गए। सुबह 10 बजे ओपीडी में पहुंची रेखा ने पर्चा बनवाया। पता चला पति और गांव का पता गलत अंकित है। ऐसा ही लता के साथ हुआ। शीला भी नाम व पता ठीक कराने को लेकर परेशान रही। यह महज तीन उदाहरण हैं। न जाने कितने पर्चे में गलतियां हुई हैं। मरीजों ने इसकी शिकायत सीएमएस से की है। प्रदेश में शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। हालांकि यह सत्र महिला अस्पताल में बेमानी है। अभी भी यहां सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही ओपीडी का शेड्यूल है। दो बजे के पहले ही ओपीडी कक्ष में ताला लग जा रहा है। जिला महिला अस्पताल में कर्मियों को 1 अक्टूबर से 31 मार्च सर्दियों के शेड्यूल के बारे में पता नहीं है। जबकि अस्पताल में बड़े-बड़े अक्षरों में शेड्यूल लिखा हुआ है। यहां गर्मियों के शेड्यूल पर मरीज देखे जा रहे हैं। सीएमएस महिला डा. एके सिंह ने कहा कि पर्चा बनाने के लिए और कर्मियों को लगाया जाएगा। 8 से 2 बजे तक ही ओपीडी चलेगी, नई व्यवस्था बनाने में समस्या खड़ी हो सकती है।