होम आइसोलेट व्यक्तियों को दवा किट न देने पर डीएम ने जाहिर की नाराजगी
किट न वितरित किए जाने पर जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने नाराजगी जाहिर किया है।
जासं,बस्ती : कोविड-19 के 357 होम आइसोलेटेड व्यक्तियों में से 115 व्यक्तियों को दवा का किट न वितरित किए जाने पर जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने नाराजगी जाहिर किया है। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया है कि आरआरटी द्वारा मरीज के पहले विजिट के दौरान ही दवा का किट दिया जाय तथा उसको खाने का विधि एवं बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी जाए।
डीएम मंगलवार को इसकी समीक्षा कर रही थीं। कहा कि मरीज को चार दिन के भीतर पहला विजिट करने एवं मेडिसिन किट उपलब्ध कराने से मौत की खतरा कम हो जाता है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि तीन मई को कुल 357 होमआइसोलेटेड व्यक्तियों में से चार दिन के भीतर केवल 112 लोगों का भ्रमण किया गया तथा उन्हें दवा दी गई। पांच से सात दिन के भीतर 65 तथा सात दिन से अधिक 65 लोगों का विजिट किया गया। शेष 115 लोगों का विजिट ही नर्ह किया गया।
उन्होंने निर्देश दिया है कि कोविड-19 से मृत्यु दर को कम करने में पहले विजिट में ही मेडिसिन किट उपलब्ध कराना अधिक फायदेमंद है। आरआरटी को अधिक सक्रिय करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि सभी एमओआइसी रेंडमली कुछ कोरोना संक्रमित व्यक्तियों से प्रतिदिन वार्ता करें तथा उनकी समस्याओं का निराकरण करें। दो मरीज वाले क्षेत्र को बनाया जा रहा कंटेनमेंट जोन
जागरण संवाददाता, बस्ती : जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बताया है कि दो या दो से अधिक कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाकर कलस्टर तैयार किया गया है। बहादुरपुर में 20 कलस्टर में 60 मरीज हैं। इसी प्रकार बनकटी के 15 कलस्टर में 55 मरीज है। गौर के 16 कलस्टर में 54, हर्रैया के 21 कलस्टर में 68, कप्तानगंज के 12 कलस्टर में 36, बस्ती अरबन के 30 कलस्टर में 165, सल्टौआ गोपालपुर के सात कलस्टर में 18, साऊंघाट के 20 कलस्टर में 52, विक्रमजोत के सात कलस्टर में 22, बस्ती सदर के 25 कलस्टर में 84, दुबौलिया के आठ कलस्टर में 45, कुदरहा के आठ कलस्टर में 33, रुधौली के 15 कलस्टर में 38, परशुरामपुर के छह कलस्टर में 17 तथा रामनगर के आठ कलस्टर में 25 कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति है।
उन्होंने बताया कि मरीज वाले स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाकर सैनिटाइजेशन एवं साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है। सभी घरों में आईवरमेक्टीन की दवा वितरित की जा रही है तथा उनके कोरोना वायरस की जांच भी कराई जा रही है।