डीएम ने पांच सीडीपीओ के वेतन वृद्धि पर लगाई रोक
पोषण वाटिका के लिए सभी ब्लाकों में चिन्हित किए गए 140 स्थान
जासं, बस्ती : जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर सितंबर में संचालित राष्ट्रीय पोषण माह में संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की। पोषण माह में चिन्हित अतिकुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) पर न भेजे जाने पर डीएम ने सीडीपीओ सल्टौआ गोपालपुर, परसरामपुर, बनकटी, गौर तथा विक्रमजोत पर कार्रवाई की। उनका एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकते हुए विशेष परनिदा प्रविष्टि देने का निर्देश दिया है।
डीएम ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया कि कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को अतिशीघ्र संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच कराएं। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत कुल 2655 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 148 कुपोषित तथा 60 अतिकुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए है। इसमें से 114 बच्चों को सीएचसी व पीएचसी पर जांच के लिए भेजा गया है। 13 बच्चों को एनआरसी भेजा गया है।
डीएम ने पोषण वाटिका की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक ब्लाक में दस-दस पोषण वाटिका तैयार किया जाना था। प्रभारी डीपीओ मिथिलेश बौद्ध ने सभी ब्लाकों में 140 स्थान चिन्हित लिए हैं। डीएम ने निर्देश दिया कि महिला स्वयं सहायता समूह की बैठक में आगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हों। कुपोषित बच्चों की देख-भाल पर चर्चा एवं किशोरियों को एनीमिया से बचाने के लिए उनमें नीली आयरन की गोली का वितरण करने को कहा।
इस मौके पर सीएमओ डा. एके गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्र, उपायुक्त मनरेगा इंद्रपाल सिंह आदि मौजूद रहे।