चउरा पुल का संपर्क मार्ग डूबा, सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
बस्ती भानपुर तहसील क्षेत्र के कुआनो नदी के चउरा पुल का संपर्क मार्ग पानी में डूब गया है। इसक
बस्ती: भानपुर तहसील क्षेत्र के कुआनो नदी के चउरा पुल का संपर्क मार्ग पानी में डूब गया है। इसके चलते आवागमन पूरी तरीके से ठप हो गया है। राहगीरों को कई किमी. घूमकर दूसरे रास्ते से जाना पड़ रहा है। नदी के दोनों तरफ सैकड़ों बीघा धान की फसल पानी में डूब गई है। किसानों ने सरकार और प्रशासन से अविलंब मुआवजा देने की मांग की है।
पुल से होकर दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के लोग भानपुर तहसील मुख्यालय, भिरिया बाजार स्थित बैंक, सोनहा, सल्टौआ जाते हैं। नदी के दोनों तरफ स्थित गांवों के किसानों ने मेहनत कर धान की रोपाई की थी। कुछ किसानों ने पास में नदी के पानी की उपलब्धता को देखते हुए सब्जी की खेती भी की थी। विगत दिनों हुई लागातर बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ गया। पहले तो किसानों की फसल पानी में डूब गई। उसके बाद अब संपर्क मार्ग करीब चार फीट पानी में डूब गया है। इसके चलते दो और चार पहिया वाहनों का आवागमन बाधित है। लोग खतरा मोल लेकर पशुओं के चारे के लिए पैदल ही अनुमान लगाकर जा रहे है। पशु पालकों के सामने अब चारे के संकट भी बढ़ रहा है।
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गायघाट से गौरा रोहारी मार्ग गढ्डे में तब्दील
बस्ती: रामजानकी मार्ग गायघाट से गौरा रोहारी जाने वाली 3300 मीटर सड़क की करीब एक वर्ष पूर्व 26 लाख की लागत से सामान्य मरम्मत हुई थी, लेकिन अब गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। आवागमन की सुगमता के लिए उसमें नगर पंचायत द्वारा ईट के टुकड़े डलवाया जा रहा है, लेकिन इससे स्थिति और भी खतरनाक हो गई है।
आधा दर्जन गांवों के लोगों का यह मुख्य मार्ग है। इसी रास्ते से लोग जिला व ब्लाक मुख्यालय आते-आते हैं। वर्तमान में स्थिति यह है कि जनवल गांव के पास मार्ग कीचड़ में तब्दील है औ गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। वाहन से कौन कहे पैदल चलने वालों को भी आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। गड्ढों में पड़े ईट के टुकड़े वाहनों के पहिये के नीचे आने से बाहर आ जाते हैं तथा रात में बाइक सवार ईट के टुकड़े से टकराकर गिरने से घायल हो रहे हैं।
प्रांतीय खंड के अवर अभियंता महेश वर्मा ने बताया कि अभी बजट नहीं है। नगर पंचायत गायघाट क्षेत्र में सड़क का जितना हिस्सा आता है उतने पर नगर पंचायत की ओर से ईट का टुकड़ा डाला जा रहा है। गायघाट से भदेश्वर नाथ मंदिर तक साढ़े पांच मीटर चौड़े उच्चीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।