मध्याह्न भोजन योजना में बच्चे करेंगे सहभागिता
मध्याह्न भोजन योजना में अब बच्चे भी सहभागी बनेंगे। उन्हें पोषण युक्त भोज्य पदार्थों के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस तरह की गतिविधियां सभी स्कूलों में प्र
बस्ती : मध्याह्न भोजन योजना में अब बच्चे भी सहभागी बनेंगे। उन्हें पोषण युक्त भोज्य पदार्थों के प्रति जागरूक किया जाएगा। अन्नकूट योजना के तहत इस तरह की गतिविधियां सभी स्कूलों में प्रत्येक सप्ताह दो दिन दस मिनट तक संचालित होगा। इसमें हरी मौसमी सब्जी, फल, अनाज, दाल, गुड़ जैसे उपयोगी और लाभदायक भोज्य पदार्थों की जानकारी दी जाएगी। इसमें बच्चे भी अपने घरों से किसी एक भोज्य पदार्थ को विद्यालय ला सकते हैं। चर्चा के साथ इसे मिड-डे-मील में शामिल कर लिया जाएगा। सामुदायिक सहभागिता से यह योजना और कारगर बनेगी।
अमेठी में शुरू हुई थी अन्नकूट योजना
सूबे के अमेठी जनपद के सदर ब्लाक के परिषदीय विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अन्नकूट योजना शुरू हुई थी। इसमें बच्चों की सहभागिता बढ़ी तो मिड-डे-मील के भोजन में और मिठास आ गई। अब यहां सभी विद्यालयों में पोषण युक्त भोज्य पदार्थ हर रोज तैयार होने लगे है। विभाग के लिए अन्नकूट योजना नजीर बन गई। इसीलिए विशेष सचिव के स्तर से सभी जनपदों में यह योजना चालू कर दी गई है।
बढ़ाए जाएंगे सामान्य ज्ञान
अन्नकूट योजना के तहत बच्चों का सामान्य ज्ञान भी बढ़ाया जाएगा। सप्ताह के अन्य दिवस में महापुरुषों, ऐतिहासिक स्थलों, प्राचीन संस्कृति, पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वच्छता जैसे जनसरोकारी मुद्दों पर बच्चों को जागरूक किया जाएगा। प्रार्थना सभा के दौरान सामान्य ज्ञान, विज्ञान एवं अन्य विषयों से संबंधित शीर्षक पर बच्चों में वाद-विवाद प्रतियोगिता कराई जाएगी। होमवर्क के रूप में बच्चों को चित्रकला, माडल मेकिग दिया जाएगा। अन्नकूट योजना संचालित करने के निर्देश सभी बीईओ और शिक्षकों को दिए जा चुके हैं। इससे बच्चों के बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। उनकी सहभागिता से मिड-डे-मील योजना और प्रभावी बनेगी।
अरुण कुमार, बीएसए।