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चिकित्सकों के परामर्श अपनाकर तोड़ देंगे संक्रमण का चेन

संक्रमण काल में विटामिनयुक्त वाले खाद्य पदार्थ का अधिक करें सेवन

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 11:29 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 11:29 PM (IST)
चिकित्सकों के परामर्श अपनाकर तोड़ देंगे संक्रमण का चेन
चिकित्सकों के परामर्श अपनाकर तोड़ देंगे संक्रमण का चेन

जागरण संवाददाता, बस्ती : कोरोना संक्रमण की चेन टूट जाएगी बस मन में हौसला रखें और घर की चौखट को न लांघें। सकारात्मक सोच के साथ इस महामारी से लड़ा और बचा जा सकता है। विटामिनयुक्त खाद्य पदार्थ के सेवन पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

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जिले में कोरोना संक्रमितों की रिकवरी दर बढ़ी है। बेहतर देखभाल व उपचार की बदौलत कोरोना की जंग को फतह कर सकते हैं। कोविड प्रोटोकाल का ठीक से पालन करें। चिकित्सकों के बताए परामर्श को अपनाएं। प्रतिदिन योग करें। शरीर की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए विटामिनयुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक करें। लोग वायरस से डरे नहीं बल्कि इससे लड़े। मन में यह ठान लें कि अब कोरोना को भगाना है। विभिन्न बीमारी से जूझ रहे लोग तनिक भी विचलित न हों। नकारात्मकता का भाव त्याग दें। दिनचर्या दुरुस्त करें। भोजन में पौष्टिक आहार वाले खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करें। इससे संक्रमण का खतरा कम रहता है। नियमित हाथ धुलते रहें। मास्क लगाने की आदत नहीं छोड़नी है। जो लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं, उन्हें सोंचना चाहिए। कोई वस्तु छूने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर करें। साबुन से भी हाथ धुलते रहे। चिकित्सकों का कहना है कि यदि किन्हीं कारणों से कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो जाता है तो आठ दिन में स्वस्थ होकर घर लौटने लगा है। हरी सब्जी और फल का सेवन करें।

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जन-जागरूकता से मिलेगी महामारी पर विजय :

जन जागरूकता से ही महामारी पर विजय मिलेगी। यह बातें डा. सीपी मल्ल ने कही। बताया कि कोरोना महामारी को लेकर जंग छिड़ी है। महामारी के इस दौर में सकारात्मक के देश के लिए कुछ करना होगा नहीं तो दूसरी, तीसरी, चौथी लहर आती रहेगी और देश की विकास की रफ्तार थमती रहेगी। मास्क लगाना, दूरी बनाना, साफ-सफाई रखना अच्छी बात है, लेकिन इतने से कोरोना खत्म नहीं होने वाला है। जब तक हम हर्ड इम्युनिटी नहीं प्रात कर लेते। हर्ड इम्युनिटी यानी 70-90 फीसद पापुलेशन में वायरस के खिलाफ एंटीबाडी प्राप्त हो जाए। इसके लिए वैक्सीन लगवाएं। वायरस की कड़ी को तोड़ने में देश हित में भागीदार बने। विटामिन सी,डी वाले खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक करें। मास्क लगाएं। सैनिटाइजन का इस्तेमाल करें।

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संकट में हैं तो इन नंबरों पर मांगें मदद कोरोना महामारी के दौरान यदि कोई व्यक्ति संकट में हैं तो इमरजेंसी नंबरों पर मदद जरूर मांगें। विकास भवन स्थित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर 24 घंटे सक्रिय है। सेंटर के इस नंबर पर 05542245672 संपर्क कर सकते हैं। सीएमओ आफिस में भी कंट्रोल रूम सक्रिय है। 05542-287774 पर फोन करके कोरोना से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। कोई संकट में हो तो सहयोग मांग सकते हैं। शहर और गांव में जरूरी स्थलों पर सैनिटाइजेशन के लिए भी इन नंबरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहर में नगर पालिका तो गांव में पंचायतीराज विभाग सैनिटाइजेशन कराएगा। इसके अलावा डायल-112, एंबुलेंस के लिए 102, 108 पर तथा सीएमओ से संपर्क एवं शिकायत के लिए 8005192643 पर काल कर सकते हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस से भी 8005192739, मेडिकल कालेज में एल-टू हास्पिटल प्रभारी से 9415038392 पर व जिलाधिकारी से 9454417528 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा कोरोना संकट काल में इन नंबरों पर 05542245672, 05542245699, 7398372931, 7392828423, 7522065967, 8604579857 पर संपर्क कर सकते हैं।

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स्ट्रेचिग एक्सरसाइज से श्वसन तंत्र को करें पावरफुल :

मुख्य योग शिक्षक व कोषाध्यक्ष भारत स्वाभिमान समिति, बस्ती के नवल किशोर चौधरी ने बताया कि कोरोना महामारी के विनाशक दौर में लोग तरह-तरह के नुस्खे आजमा रहे हैं जिसमें से कुछ नुस्खे बेहतर परिणाम दे रहे हैं तो कुछ नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। लोग इतने भयभीत हैं कि कहीं से कोई नुस्खा मिला नहीं कि उसे अपनाने के साथ-साथ दूसरों को भी बांटकर उनकी जान बचाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में योग आयुर्वेद का सहारा लेकर काफी लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। वास्तव में योग और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति बिना भेदभाव के प्राणिमात्र के लिए एक वरदान के रूप में ऋषियों द्वारा प्राप्त ज्ञान है जिसके भीतर सर्वे भवन्तु सुखिन: का भाव छिपा हुआ है। इस काल में अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए हम कुछ स्ट्रेचिग एक्सरसाइज अपना सकते हैं। इसके लिए सीधे सूरज की ओर मुंह करके खड़े हो जाएं फिर सांसों को भरते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर की ओर ले जाकर मिला दें ऐसा करते हुए धीरे-धीरे पंजों के बल खड़े हो जाएं और हाथों का खिचाव ऊपर की ओर बनाएं रखें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए हाथों और पैरों को पूर्व स्थिति में ले आएं। यह एक चक्र है। इसी प्रकार इसे तीन बार से प्रारंभ कर इक्कीस बार तक करें। दूसरे प्रकार में सांसों को भरते हुए सीने के समानांतर हाथों को खोलते हुए पीछे की ओर झुकें जिससे वक्ष:स्थल पूरा फैल जाय और फेफड़ों पर दबाव पड़े। पुन: सांसों को छोड़ते हुए पूर्व स्थिति में वापस आ जाएं। इस अभ्यास को भी तीन बार से शुरू कर इक्कीस बार तक करें। इससे रीढ़ की हड्डी लचीली हो जाती है और कमर दर्द में आराम मिलता है। सीने के बार-बार फैलने सिकुड़ने से फेफड़ों का व्यायाम हो जाता है जिससे हमारा श्वसन तंत्र पूरा स्वस्थ हो जाता है। गले व नासिका में जमा कफ भी आसानी से निकल जाता है। हर्निया, गम्भीर पेट व सर्वाइकल के रोगियों व गर्भवती महिलाओं को इस अभ्यास से बचना चाहिए।

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मंदिरों में जाने से बचें, घर में ही करें पूजा

दुबौलिया ब्लाक के शुकुलपुरा के पं. संतोष शरण शुक्ल ने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना संक्रमण काल में पूजा-पाठ में बहुत अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। यदि संभव हो तो कुछ दिन मंदिरों में जाने से बचें। घर में ही पूजा-पाठ करें। मंदिरों में लोग भीड़ न बढ़ाएं। मंदिर व धार्मिक स्थलों पर यदि जरूरी न हो तो जाने से बचें। घर में मन से पूजा करने पर उतना ही फल मिलेगा जितना कि मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन करने से होगा। लोगों का भी कर्तव्य है कि इस महामारी की लड़ाई में साथ दें और खुद सुरक्षित हो और दूसरे को भी सुरक्षित करें। महामारी रोकने में सबका सहयोग जरूरी है। जिले में कोविड अस्पताल की स्थिति - रिक्त बेड की सूचना

- एल-वन अस्पताल सीएचसी मुडेरवा- 40 बेड रिक्त है - आश्रय स्थल बस्ती - 48 बेड रिक्त है

- आश्रम पद्धति विद्यालय भानपुर -100 बेड रिक्त है - कैली में आइसीयू बेड 90 बेड, सभी फुल

- कैली में सामान्य बेड 210 (आक्सीजनयुक्त)- 38 भर्ती - कैली में टोटल 128 मरीज भर्ती, 222 बेड रिक्त है

- कैली में आक्सीजनयुक्त बेड 08 रिक्त है

- कैली में आक्सीजन के 160 सिलेंडर उपलब्ध है जो (शाम पांच बजे तक) तीन घंटे तक चलेगा

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- आक्सीजन के लिए प्रतिदिन 389 सिलेंडर की डिमांड भेजी जा रही है। मांग के अनुसार आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि प्रशासन नियमित अंतराल पर वाहन को भेजकर संतकबीरनगर, गोरखपुर व टांडा से सिलेंडर भरवा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था में सीएचसी-पीएचसी और महिला अस्पताल के भी आक्सीजन सिलेंडर कैली में मंगवा लिए गए हैं। बैकअप में 160 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।


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