मिट्टी की जांची जाएगी सेहत, सुधारेंगे गन्ने की फसल
3 से 5 साल में गन्ना किसान अवश्य कराएं भूमि परीक्षण
बस्ती : गन्ना खेती से जुड़े किसानों के खेतों की मिट्टी की सेहत जांची जाएगी। मिट्टी जांच के बाद किसान को उससे अवगत कराया जाएगा कि मिट्टी गन्ना फसल के लिए उपयोगी है या नहीं।
गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने प्रदेशभर में गन्ना फसल सुधारने को पहल की है। इसमें प्रथम चरण में गन्ना खेत की मिट्टी का परीक्षण कराया जाएगा। देखा जाएगा कि मिट्टी गन्ना फसल के लिए उपयुक्त है या नहीं, यदि नहीं है तो कौन सा तत्व कम है, उसे किसानों को बताया जाएगा और वह तत्व पूरा करने के बाद उसमें गन्ने की खेती की जाएगी। विभाग के अनुसार कम से कम 3 से 5 साल में एक बार जरूर गन्ना बोने वाली भूमि का परीक्षण करा लेना चाहिए। गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूस रेड्डी ने पत्र जारी कर कहा है कि गन्ना उत्पादन, चीनी उत्पादकता बढ़ाने, गन्ना फसल की लागत कम करने के लिए मृदा परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड जारी करें। जिला गन्ना अधिकारी रंजीत कुमार निराला ने बताया कि मिट्टी की जांच के लिए मृदा परीक्षण केंद्र से संपर्क किया जाएगा। किसानों को प्रेरित किया जाएगा कि वह जांच के लिए तैयार हों। किसान खुद मिट्टी लेकर मृदा परीक्षण केंद्र से जांच करा सकते हैं।