बनकटी और गौर के सीडीपीओ को नोटिस
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यो में शिथिलता व लापरवाही मिलने पर बनकटी और गौर के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
बस्ती: जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यो में शिथिलता व लापरवाही मिलने पर बनकटी और गौर के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
विकास भवन सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक में डीएम ने पाया कि बनकटी और गौर ब्लाक में लाभार्थियों का आधार कार्ड फीडिग सबसे कम है। पोषण पुनर्वास केंद्र में अतिकुपोषित बच्चों को भेजने की संख्या भी बहुत कम है। डीएम ने कहा कि विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं में सबसे खराब उपलब्धि वाले सीडीपीओ को चिन्हित कर जिला कार्यक्रम अधिकारी उनके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित करें। कहा कि पिछले कई महीनों से आधार कार्ड की फीडिग के लिए कार्ययोजना मांगी जा रही है मगर किसी सीडीपीओ ने कार्ययोजना नहीं दी है। डीपीओ सावित्री देवी ने बताया कि इसके लिए सीडीपीओ को कारण बताओ नेाटिस तथा चेतावनी सीडीओ की ओर से दी गई गई है। अतिकुपोषित बच्चों के समुचित इलाज के लिए जिला अस्पताल में दस बेड का पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित है लेकिन वहां कभी भी सभी दस बेड भरे नहीं रहते। कुछ सीडीपीओ ने बताया कि अभिभावक तैयार नहीं होते, उनके आने जाने का साधन नहीं मिलता। जिलाधिकारी ने कहा कि 102 नंबर की एंबुलेंस से अतिकुपोषित बच्चों को लाया जा सकता है। समीक्षा में पाया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंदकं पर दो लाख 88 हजार 333 बच्चे पंजीकृत है, जिसमें से 90 हजार बच्चों का अभी आधार कार्ड नहीं बना है। कहा कि बाल विकास परियोजना कार्यालय पर पोषाहार प्राप्त होने की सूचना सबसे पहले एसडीएम को दी जाएगी। स्वयं एसडीएम या उनकी ओर से नामित अधिकारी इसका सत्यापन करेंगे। इसके बाद ही वितरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार भेजा जाएगा।