अयोध्या रूट पर नहीं चली बसें,परेशान हुए यात्री
अयोध्या राम जन्मभूमि फैसला यात्रियों के लिए मुसीबत लेकर आया। शनिवार पूरे दिन बस स्टेशन पर सन्नाटा रहा। केवल लोकल में बसें चलाई गईं। लंबी दूरी की बसें डायवर्ट करके चलाई गईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
बस्ती : अयोध्या राम जन्मभूमि फैसला यात्रियों के लिए मुसीबत लेकर आया। शनिवार पूरे दिन बस स्टेशन पर सन्नाटा रहा। केवल लोकल में बसें चलाई गईं। लंबी दूरी की बसें डायवर्ट करके चलाई गईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
सर्वाधिक परेशानी गोरखपुर और अयोध्या की ओर जाने वाले यात्रियों को हुई। सुबह से ही इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। प्रतापगढ़ जाने के लिए कमलेश कुमार घंटों बस्ती बस स्टेशन पर खड़े रहे। बताया कि बस नहीं मिल रही है। कहा, पता नहीं था अयोध्या पर फैसला आएगा,वरना घर से नहीं निकलते। यही हाल श्रीमती देवी का रहा। वह डुमरियागंज से अयोध्या आंख का इलाज कराने जा रही थी। बस न मिलने से परेशान दिखीं। बोली, घर पर निकलते समय ऐसी सूचना नहीं थी कि बस नहीं चलेगी।
डिपो की अधिकतर बसें डिपो में ही खड़ी रहीं। डुमरियागंज, संतकबीरनगर, गोरखपुर समेत अन्य लोकल रूटों पर ही बसें चलाई गईं। दूसरी डिपो की यहां पहुंचने वाली बसों को मनौरी,उतरौला,गोंडा होते हुए बाराबंकी और लखनऊ की ओर भेजी गईं। कुछ बसों को कलवारी, टांडा-सुल्तानपुर के रास्ते लखनऊ भेजा गया। फुटहिया पर यात्रियों को खूब परेशानी हुई। जो बसें अयोध्या जा रही थी, उनके सवारी वहीं उतार दिए गए। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरपी सिंह ने बताया कि बसों को डायवर्ट करके चलाया गया।
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छह लाख का हुआ नुकसान
अयोध्या फैसला आने पर अधिकतर बसें नहीं चलीं। इसका असर आमदनी पर हुआ। बस्ती डिपो को करीब छह लाख रुपये का नुकसान हुआ है। आम दिनों में 11 से 12 लाख रुपये आय प्राप्त होती है।