Move to Jagran APP

बीएसएनएल की लचर सेवा से बेसिक शिक्षा विभाग परेशान

बस्ती : बेसिक शिक्षा विभाग इन दिनों बीएसएनएल की लचर सेवा से तबाह हो चुका है। यहां बीएसएनएल के

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Feb 2018 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 10:57 PM (IST)
बीएसएनएल की लचर सेवा से बेसिक शिक्षा विभाग परेशान
बीएसएनएल की लचर सेवा से बेसिक शिक्षा विभाग परेशान

बस्ती : बेसिक शिक्षा विभाग इन दिनों बीएसएनएल की लचर सेवा से तबाह हो चुका है। यहां बीएसएनएल के ब्राडबैंड दो महीने से फेल हैं। जिससे नेटवर्क नहीं मिल पा रहा है। आनलाइन सभी कार्य प्रभावित हो गए हैं। कुछ जरूरी कार्य एक दो कंप्यूटर से दूसरे नेटवर्क के जरिए कराया जा रहा है। विभाग के कर्मचारी इस लड़खड़ाई सेवा से खिन्न हैं। कई बार निगम को लिखित रूप से विभाग ने जानकारी भी दी। मगर यह सेवा अभी तक बहाल नहीं हो सकी। केंद्र सरकार का उपक्रम होने के नाते नेटवर्क की सेवा के लिए सरकारी विभाग ज्यादातर बीएसएनएल पर ही निर्भर होते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग भी निगम के ब्राडबैंड सेवा का नियमित उपभोक्ता है। मगर इन दिनों निगम की बदइंतजामी की मार झेल रहा है। विभिन्न अनुभाग के कंप्यूटर काम नहीं कर रहे हैं। नेटवर्क न मिलने से आनलाइन कार्य नहीं हो पा रहे है। केवल सर्वशिक्षा अभियान के कंप्यूटर सेक्शन में ही आनलाइन कार्य जैसे तैसे हो पा रहा है। यहां दूसरे नेटवर्क के सहारे कुछ हद तक जरूरी काम निबटा लिए जा रहे हैं। अन्य अनुभाग में रखे कंप्यूटर शो पीस बने हैं। इनके कार्य का बोझ भी कंप्यूटर सेक्शन पर बढ़ा हुआ है। एक कर्मचारी ने बताया कि दो महीने से ब्राडबैंड खराब है। इसे ठीक करने की बीएसएनएल को सुधि ही नहीं है। जिससे परेशानी बढ़ गई है। दूसरे नेटवर्क की सुविधा बीएसएनएल से कही ज्यादा बढि़या है।

prime article banner

----------

कई बार बीएसएनएल को लिखा गया पत्र

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार ¨सह ने कहा कि ब्राडबैंड को ठीक कराने के लिए बीएसएनएल को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि विभाग उनका नियमित उपभोक्ता है। अब फिर पत्र लिखेंगे।

------------------

दुरूस्त कराया गया ब्राडबैंड

बीएसएनएल के एसडीओ मनोज कुमार ने कहा कि बीएसए कार्यालय से जानकारी प्राप्त हुई थी। हमने कर्मचारी भेजा था। सप्ताह भर पहले ब्राडबैंड ठीक कराया गया है। अब फिर खराब हो गया हो तो नहीं बता सकते। संबंधित कर्मचारी को भेजा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.