भाकियू ने तीन नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई
कोविड नियमों का पालन करते हुए भाकियू कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
जासं,बस्ती : तीन कृषि कानूनों को लागू हुए एक वर्ष पूरा होने पर राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के संयोजन में नेताजी सुभाष चंद्र चौक पर एकत्र हुए। यहां से सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कोविड नियमों का पालन करते हुए कचहरी होते हुए भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के सामने पहुंचे और यहां तीन नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
भाकियू के मंडल उपाध्यक्ष दिवान चंद पटेल ने कहा कि पिछले छह माह से किसान तीनों नए किसान विरोधी कृषि कानूनों को समाप्त करने, एमएसपी पर गारंटी देने की मांग को लेकर दिल्ली की सरहदों पर डटे हैं। लगभग 500 से अधिक किसान आंदोलन में शहीद हो गये, लेकिन सरकार हठवादिता नहीं छोड़ रही है। चेतावनी दिया कि यदि मांगें नहीं पूरी हुई तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। रामनवल किसान, राम मनोहर चौधरी, शिवमूरत, राजेंद्र चौधरी, गौरीशंकर, डा. आरपी चौधरी, कन्हैया, सत्यराम, बगेदू चौहान, घनश्याम, परमात्मा, तनवीर अहमद, राम सुरेमन, इरफान अहमद, निरहू प्रसाद चौधरी, महीपत चौधरी, राम पाल सिंह, बाबूलाल, संतोष कुमार, ब्रम्हदेव, राम कुमार यादव, रामनरेश, पितांबर मौर्या मौजूद रहे।
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भाकियू लोक शक्ति ने भी दिया ज्ञापन
जासं,बस्ती: भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति की ओर से राष्ट्रपति को संबांधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ लिपिक सूर्य लाल को सौंपा गया। ज्ञापन में तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने, आवारा पशुओं से खेती की सुरक्षा के लिए एग्रीकल्चर सिक्योरिटी फोर्स का गठन करने, विकासखंडों में बीज व कीटनाशक दवा समय से उपलब्ध कराने, पुशओं के लिए सरकारी अस्पताल व इलाज की व्यवस्था कराने सहित अन्य मांगे शामिल रही। मुन्ना पांडेय, हरिश्चंद, शिव प्रसाद यादव, प्रदीप कुमार चौधरी मौजूद रहे।