गनेशपुर कस्बे में सफाई न होने से फैली गंदगी
शंकर नगर से लेकर चौक तक फैला है कूड़ा कचरा पंचायती राज विभाग ने हटा लिए अपने सफाईकर्मी
जागरण संवाददाता, बस्ती: गनेशपुर कस्बे में सफाई न होने से जगह-जगह गंदगी पसरी हुई है। शंकर नगर, चौक, बुद्ध बाजार, शिवनगर चौराहा आदि स्थानों पर कूड़ा-कचरा और गंदगी फैली हुई है। सरकार की ओर से जहां कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सफाई पर जोर दिया जा रहा है वहीं गनेशपुर कस्बे में साफ-सफाई की व्यवस्था बदहाल है।
प्रदेश की बड़ी ग्राम पंचायतों में शुमार गनेशपुर को दिसंबर 2020 में सरकार ने नगर पंचायत घोषित कर दिया था। ऐसे में लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब यहां की सफाई व्यवस्था चकाचक हो जाएगी, मगर ऐसा न हो सका। नगर पंचायत सृजित होने के बाद अब तक न तो स्थायी अधिशासी अधिकारी व कर्मचारी की तैनाती हो पाई और न ही सफाईकर्मियों की नियुक्ति। इतना ही नहीं गनेशपुर में पूर्व में तैनात पंचायतीराज विभाग के पांच सफाईकर्मी भी हटा दिए गए। ऐसे में नवसृजित नगर पंचायत गनेशपुर में सफाई व्यवस्था रामभरोसे हो गई। प्रभारी अधिशासी अधिकारी रमेश गुप्ता ने बताया कि अभी साफ-सफाई के लिए न तो बजट है न ही सफाईकर्मी। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भी है।
...........
नहीं ध्यान दे रहा जिला प्रशासन गनेशपुर के रहने वाले अधिवक्ता दिलशाद हसन खान ने कहा कि लगभग छह माह हो गया गनेशपुर को नगर पंचायत सृजित हुए, मगर अब तक यहां कार्यालय तक की स्थापना नहीं हो सकी। गांव के लोग अपनी समस्या किससे कहें। कोविड-19 का संक्रमण काल चल रहा है। इसके बाद भी गनेशपुर में सफाई व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन उदासीन बना हुआ है। पूर्व प्रधान बोले-जो सामर्थ्य में है कर रहा हूं
नगर पंचायत सृजन से पहले प्रधान रहे अब्दुल रहमान ने कहा कि उनके पास अब कोई पावर नहीं है, फिर भी जो उनके सामर्थ्य में है वह कर रहे हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्होंने अपने बजट से छिड़काव भी कराया था, लोगों को टीकाकरण भी करा रहे हैं। सड़क की पटरियों पर फेंका जा रहा कूड़ा
जासं, बानपुर, बस्ती: नगर पंचायत बनकटी मे कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था नहीं है। नगर पंचायत की ओर से देईसांड़- बानपुर मार्ग पर सड़क किनारे खुले में कूड़ा-कचरा फेंकने से लोगों में नाराजगी है। बार-बार विरोध के बावजूद नगर पंचायत द्वारा कटेया लाल गांव के पास सड़क के किनारे कूड़ा डंप किया जा रहा है। यहां स्थित पुल और नाले के पास गंदगी का अंबार लगा है। कचरे से उठती दुर्गंध से राहगीरों को दिक्कत हो रही हैं। कोरोना काल में कचरे से संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है। बनकटी नगर पंचायत की कुल आबादी 20500 है। 15 वार्डों में प्रत्येक सप्ताह लगभग पांच टन कूड़ा निकलता है। जिसके डंपिग की व्यवस्था नहीं है। क्षेत्र के अजय कुमार, अखिलेश यादव आदि का कहना है कि वह रोज इसी मार्ग से आते जाते हैं। इस मार्ग पर कचरे के ढेर से हमेशा बीमारियों के संक्रमण की आशंका बनी रहती है।
अधिशासी अधिकारी अमरजीत ने बताया कि कूड़ा घर के लिए गांव से दूर जमीन देखी जा रही है।