गड्ढामुक्त अभियान को आईना दिखा रहा पैकोलिया शिवाघाट मार्ग
2008 में पैकोलिया-शिवाघाट मार्ग का कराया गया था निर्माण 2017 में भी दो करोड़ सड़क मरम्मत पर खर्च किए गए थे।
जागरण संवाददाता, बभनान बस्ती : पैकोलिया-शिवाघाट मार्ग पर राहगीर इन दिनों जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढों में राहगीर गिरकर घायल हो रहे हैं। अब तो लोग इस सड़क से यात्रा करने में ही कतरा रहे हैं।
14.6 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण 2008 में प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क योजना के तहत कराया गया था। कुछ ही दिनों बाद यह सड़क टूट गई। बावजूद इसके विभाग द्वारा इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। हालांकि इसके रखरखाव की जिम्मेदारी पांच वर्षों तक उसी ठीकेदार के जिम्मे रहती है जो उसका निर्माण कराता है। फिलहाल उस समय मरम्मत न कराने पर ठीकेदार के फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था। पांच साल पूरा होने के बाद यह सड़क पीडब्लूडी को हैंडओवर कर दिया गया और इसकी विशेष मरम्मत के लिए एक करोड़ 97 लाख 75 हजार रुपये स्वीकृत किए गए। जुलाई 2017 में मरम्मत का कार्य शुरू हुआ जो खानापूरी तक ही सीमित रह गया। लिहाजा सड़क बदहाल ही रह गई ।
सड़क के दुर्दशा की कहानी, राहगीरों की जुबानी
मुस्लिम पैकोलिया के अब्दुल माजिद, पकड़ी जब्ती के चंद्र प्रकाश पाठक, बरवार महुआ गांव के बृज किशोर यादव व सतीश सिंह ने बताया कि यह मार्ग जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा का शिकार हो गई है। इस सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है। अब तो स्थानीय लोग इस सड़क के पुनर्निर्माण को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। राहगीरों ने बताया कि इस मार्ग पर आए दिन कोई न कोई गड्ढों में गिरकर चोटिल होता है।