ऑनलाइन मै¨पग सिस्टम से गायब हो गए 60 गांव
किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना का लाभ पाने की चाह लिए बैठे जिले के 60 गांवों के किसानों को गहरा झटका लगा है। कारण, इन गांवों की सूची ऑनलाइन मै¨पग सिस्टम से ही गायब हो गई है। नतीजतन यहां के किसानों की फी¨डग पीएम पोर्टल पर नहीं हो पा रही है।
बस्ती : किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना का लाभ पाने की चाह लिए बैठे जिले के 60 गांवों के किसानों को गहरा झटका लगा है। कारण, इन गांवों की सूची ऑनलाइन मै¨पग सिस्टम से ही गायब हो गई है। नतीजतन यहां के किसानों की फी¨डग पीएम पोर्टल पर नहीं हो पा रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस बारे में लखनऊ निदेशालय से तकनीकी सहयोग मांगा है।
दो हेक्टेयर जोत वाले किसानों को केंद्र सरकार ने छह हजार रुपये सालाना प्रोत्साहन राशि देने का फैसला किया है। इस दायरे में जिले के 3 लाख 36 हजार किसान आएंगे। पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल पर पहले से पंजीकृत किसानों की फी¨डग तो पीएम पोर्टल पर आसानी से हो रही, लेकिन जो छूटे थे उन किसानों से ऑफलाइन प्रत्यावेदन लिखकर लेखपाल कृषि विभाग में जमा कर रहे हैं,जहां से इसकी फी¨डग होनी है। इस प्रक्रिया में ऑनलाइन गांवों के मै¨पग रोड़ा है। 60 गांव पाए गए हैं जो ऑनलाइन नहीं दिख रहे। इन गांवों में रहने वाले किसानों को योजना से वंचित होने की ¨चता सता रही है। आए दिन किसान इसको लेकर कृषि भवन पहुंच रहे हैं। लेकिन यहां आश्वासन देकर लौटा दिया जा रहा है। गौर ब्लाक का गोभिया, बस्ती सदर का कुसमौर गांव काफी है। यहां के किसान राम भरोस, विजय कुमार यादव चक्कर पीएम किसान सम्मान राशि पाने के लिए कृषि भवन का चक्कर लगा रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी संजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 60 गांव ऑनलाइन मै¨पग में नहीं हैं। लखनऊ से तकनीकी सहयोग मांगा गया है,जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। बताया ऑनलाइन में 1 लाख 31 हजार, जबकि ऑफलाइन में 25 हजार किसानों की फी¨डग पीएम पोर्टल पर हो चुकी है। 20 फरवरी तक फी¨डग का लक्ष्य है।