ओवरलोडिग से हांफ रहा 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र मालवीय रोड
आरबी कटियार अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल बस्ती ने बताया कि बिजनेस प्लान में उपकेंद्र की क्षमतावृद्धि के लिए प्रयास चल रहा है। पांच-पांच एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगने से समस्या दूर हो जाएगी। ओवरलोडिग की समस्या तभी आ रही है जब एक साथ कई उपकरण बिजली के चलाए जाते हैं। इससे ट्रिपिग होती है। स्वीकृति मिलने के बाद क्षमतावृद्धि का कार्य शुरू होगा।
बस्ती : 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र मालवीय रोड इन दिनों ओवरलोडिग से हांफ रहा है। उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से बिजली नहीं मिल पा रही है। गर्मी में यह समस्या और बढ़ गई है।
मालवीय रोड विद्युत उपकेंद्र पर ओवरलोड की समस्या लंबे समय से है। उपभोक्ताओं की इस समस्या के समाधान के लिए विद्युत विभाग ने पहल की। बिजनेस प्लान के तहत उपकेंद्र की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए। इस क्रम में निर्माण खंड ने उपकेंद्र की क्षमतावृद्धि पांच एमवीए से बढ़कर 10 एमवीए किए जाने के लिए मुख्यालय को 27 लाख 64 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा। इसकी स्वीकृति भी मिल गई। ऐन वक्त ठीकेदार ने कार्य करने से हाथ खड़े कर दिए। दरअसल उपकेंद्र तक बड़ा ट्रांसफार्मर ले जाने के लिए सड़क ही नहीं है। यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बाद में निर्माण खंड ने नया प्रस्ताव तैयार किया जिसकी लागत बढ़ाकर एक करोड़ कर दी गई। यह प्रस्ताव विभाग में लटका हुआ है। क्षमतावृद्धि का कार्य लटकने से ओवरलोडिग की समस्या से उपभोक्ता जूझ रहे हैं। ओवरलोडिग के चलते बाद-बार फाल्ट आना और लो-वोल्टेज समेत रोस्टिग की समस्या आम बात हो गई है।
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3900 उपभोक्ता उपकेंद्र से हैं जुड़े : मालवीय रोड विद्युत उपकेंद्र से 3900 उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि 3900 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति के लिए पांच एमवीए ट्रांसफार्मर पर्याप्त है, लेकिन जब उपभोक्ता बिजली अधिक खर्च करते हैं तो ओवरलोडिग की समस्या आ जा रही है।
आरबी कटियार, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल बस्ती ने बताया कि बिजनेस प्लान में उपकेंद्र की क्षमतावृद्धि के लिए प्रयास चल रहा है। पांच-पांच एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगने से समस्या दूर हो जाएगी। ओवरलोडिग की समस्या तभी आ रही है जब एक साथ कई उपकरण बिजली के चलाए जाते हैं। इससे ट्रिपिग होती है। स्वीकृति मिलने के बाद क्षमतावृद्धि का कार्य शुरू होगा।