32 गैंग व 165 सक्रिय अपराधी बने कानून के दुश्मन
थाना स्तर पर अपडेट और चस्पा है अपराधियों की सूची
जागरण संवाददाता बस्ती: जिले भर के अपराधियों से संबंधित डेटा एकत्र कर सुरक्षित रखने वाला जिला अपराध रिकार्ड ब्यूरो(डीसीआरबी) एसपी कार्यालय परिसर के एक छोटे से कमरे में चल रहा है। कक्ष में दो कंप्यूटर सेट है,जबकि चार प्रशिक्षित पुलिस कर्मी डाटा एकत्र करने से लेकर फीडिग तक का कार्य कर रहे हैं।
अपराधियों को पकड़ने के लिये एक मात्र साधन इलेक्ट्रानिक सर्विलांस ही बचा है। काल डिटेल, काल सर्विलांस, टावर लोकेशन. आइएमइआइ नंबर, काल टेपिग इन सभी के इर्दगिर्द पुलिस इन्वेस्टीगेशन सिमट कर रह गई है। जिले में सर्विलांस सेल बेहतर परिणाम दे रहा है। अधिकांश मामलों के पर्दाफाश करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई है। शातिर और गिरोह बनाकर संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों, उनके कार्य करने के तरीकों को भी सूचीबद्ध किया गया है। डीसीआरबी में अपराधियों व उनके गिरोह का विवरण अपडेट किया गया है। इसके साथ ही गुमशुदा व्यक्तियों की सूचना और अज्ञात शवों की भी जानकारी रखी गई है। बस्ती जिले में सक्रिय हैं यह अपराधी
जिले में अपराधियों के कुल 32 गैंग पंजीकृत हैं तो सक्रिय अपराधियों की संख्या 165 हैं। कोतवाली सहित कुल 16 थानों में 165 हिस्ट्रीशीटर हैं। मुख्यालय के साथ ही थानों को अपग्रेड किया गया है, मगर अभी भी थानों में रिकार्ड के रखरखाव की स्थिति खराब है।
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जनपद में पुलिस बेहतर काम कर रही है। अपराधियों से संबधित डेटा थाने से लेकर डीसीआरबी तक के पास अपडेट है। अपराधों के अनावरण में सर्विलांस सेल, क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम और एसओजी टीम बेहतर भूमिका निभा रही है। रही बात मुखबिर तंत्र की तो उसे और मजबूत किया जा रह है।
पंकज, एएसपी।