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पर्यटक स्थली बनेगा 300 साल पुराना मंदिर

विक्रमजोत विकास खंड के रानी गांव में स्थित 300 साल पुराने शिव मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 90 लाख 48 हजार रुपये की परियोजना को मंजूरी मिल गई है। वहीं प्रथम किस्त के रूप में 45 लाख 24 हजार रुपये की वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 11:25 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 11:25 PM (IST)
पर्यटक स्थली बनेगा 300 साल पुराना मंदिर
पर्यटक स्थली बनेगा 300 साल पुराना मंदिर

बस्ती: विक्रमजोत विकास खंड के रानी गांव में स्थित 300 साल पुराने शिव मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 90 लाख 48 हजार रुपये की परियोजना को मंजूरी मिल गई है। वहीं प्रथम किस्त के रूप में 45 लाख 24 हजार रुपये की वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है।

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विक्रमजोत विकास खंड के रानीगांव में मनोरमा नदी तट पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर को शासन ने पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए चयनित कार्यदायी संस्था के रूप में उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन (यूपीपीसीएल) का चयन किया गया है।

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रानीपुर शिव मंदिर का इतिहास

रानीपुर शिव मंदिर का क्षेत्र में विशेष महत्व है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां शिव¨लग की उत्पत्ति अपने आप हुई थी। जब यह बात क्षेत्र के तत्कालीन राजा जालिम ¨सह को पता चली तो उन्होंने इस शिव¨लग को वहां से उखाड़ कर अपने राजमहल के पास स्थापित कराने के लिए मजदूरों को भेजा। जैसे ही मजदूरों ने शिव¨लग को खोदकर निकालने के लिए प्रहार किया तो कुछ आश्चर्यजनक घटना हो गई। जिससे राजा घबरा गए। उन्होंने शिव¨लग को वहीं स्थापित कर एक मंदिर का निर्माण कराया। कालांतर में यह मंदिर जब जर्जर हो गया तो ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। मंदिर में नियमित पूजा-पाठ होता है। श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।


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