खंडहर में तब्दील हो गया 15 लाख का मिनी सचिवालय
जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सल्टौआ गोपालपुर विकास खंड के परसा झुंगिया गांव का मिनी सचिवालय खंडहर में तब्दील हो गया है। 2008-09 में 15 लाख की लागत से इसका निर्माण कराया गया था। भवन बनने से लेकर आज तक ग्राम पंचायत की कोई बैठक इसमें नहीं हुई।
बस्ती: पंचायतीराज व्यवस्था के तहत ग्रामीणों को गांव में ही सरकारी सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिए मिनी सचिवालय का निर्माण करवाया गया था।
जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सल्टौआ गोपालपुर विकास खंड के परसा झुंगिया गांव का मिनी सचिवालय खंडहर में तब्दील हो गया है। 2008-09 में 15 लाख की लागत से इसका निर्माण कराया गया था। भवन बनने से लेकर आज तक ग्राम पंचायत की कोई बैठक इसमें नहीं हुई। नतीजतन देखरेख के अभाव में भवन की स्थिति खराब होती गई।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान या सचिव ने कभी खुली बैठक कर विकास योजनाओं की जानकारी दी ही नहीं। ऐसी बैठकें वे कब और कहां करते हैं, यह तो वो लोग ही जानें। फिलहाल ग्राम पंचायत का मिनी सचिवालय वर्षों से बदहाल पड़ा है। भवन में लगे दरवाजे व खिड़कियां गायब हैं। वहीं शौचालय,फर्श, बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। भवन के चारों तरफ बड़ी बड़ी झाड़ियां उग गई हैं। यहां जाने पर विषैले जीव जंतुओं का भय बना रहता है। बारिश के मौसम में सचिवालय के चारों ओर पानी भर जाता है।