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सरकारी गोदाम से निकालकर बेंचा गया था 130 बोरी चावल

बिहरा गांव के सामने पल्लेदारों को ट्रक से ठोकर मारे जाने के मामले में घटना के अगले दिन यानी गुरुवार को मृतक मजूदर लल्लन निवासी धर्मसिंहपुर के चचेरे भाई जगदीश प्रसाद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 10:53 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 06:09 AM (IST)
सरकारी गोदाम से निकालकर बेंचा गया था 130 बोरी चावल
सरकारी गोदाम से निकालकर बेंचा गया था 130 बोरी चावल

बस्ती: बुधवार दो सितंबर की रात में हसीनाबाद में आढ़ती प्रेमचंद गुप्ता के यहां 130 बोरी चावल भीटी मिश्र के सरकारी गोदाम से निकालकर बेंचा गया था। यह सच पुलिस की जांच में सामने आ चुका है। गौर के सहायक विपणन अधिकारी राम सूरत वर्मा के निजी चालक रघुवर सिंह ही ट्रक के साथ पल्लेदारों को लेकर गए थे। लौटते समय संसारीपुर में पैसे के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में ट्रक चालक ने पल्लेदारों की हत्या करने के लिए ठोकर मारी। जिसमें तीन की मौत हो गई थी जबकि दो घायल हो गए। घटना के दो चश्मदीद पल्लेदारों जंगबहादुर और विकास के जिला अस्पताल में दिए गए बयान के बाद मामले में नया मोड़ आया। पुलिस हादसा को हत्या मानकर जांच करने में जुटी।

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जागरण ने पहले ही दिन घटना के पीछे सरकारी अनाज की चोरी का मामला उजागर कर दिया था। हर्रैया के क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी बाल्मीकि सिंह ने तो बकायदा पत्र जारी कर खबर को झूठा करार दिया। दावा किया वह चावल और पल्लेदार सरकारी गोदाम से जुड़े नहीं है। पत्र में यह भी लिखा था हर्रैया और भीटी मिश्र के गोदाम हाट शाखा के हैं। बुधवार को शाम छह बजे दोनों एक साथ बंद हो गए थे। इसके विपरीत पुलिस की जांच में भीटी मिश्र सरकारी गोदाम से चावल निकालने की बात सामने आई है। हालांकि घटना के तीसरे दिन गौर के एसएमआई राम सूरत वर्मा के निजी चालक रघुवर सिंह और ट्रक चालक गणेश शंकर गोस्वामी पकड़े गए तो सबकुछ सामने आ गए। दोनों के बयान से खाद्य एवं रसद विभाग के दावे की हवा निकल गई है। घायल पल्लेदारों विकास और जंग बहादुर के अलावा पंचम और हृदयराम ने भी सरकारी गोदाम से ही ट्रक में चावल लोड करने और आढती के यहां बेंचने की बात बताई थी। हसीनाबाद के आढती प्रेमचंद गुप्ता ने भी पल्लेदारों को ठोकर मारने वाली ट्रक से 130 बोरी चावल क्रय करने की बात स्वीकारी थी। हालांकि उसने मना किया था कि वह सरकारी चावल था। अब जब जांच में सबकुछ खुल चुका है। आढ़ती का गोदाम सील कर दिया गया है। सरकारी खाद्यान्न की चोरी करने और बाजार में बेंचने की बात प्रमाणित हो चुकी है। फिर भी संभागीय महकमा सच को स्वीकार नहीं कर पा रहा है।

डिप्टी आरएमओ से मांगी रिपोर्ट

संभागीय खाद्य नियंत्रक श्रीप्रकाश मिश्र ने जागरण से बातचीत में बताया हसीनाबाद में आढ़ती के यहां बेंचा गया 130 बोरी चावल सरकारी गोदाम से निकाला गया था। इस बारे में पुलिस की रिपोर्ट उनको नहीं मिली। जिला खाद्य विपणन अधिकारी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। मामले में जिनकी भी संलिप्तता होगी, कार्रवाई की जाएगी।

चचेरे भाई जगदीश ने दर्ज कराया था मुकदमा

बिहरा गांव के सामने पल्लेदारों को ट्रक से ठोकर मारे जाने के मामले में घटना के अगले दिन यानी गुरुवार को मृतक मजूदर लल्लन निवासी धर्मसिंहपुर के चचेरे भाई जगदीश प्रसाद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। घायल विकास और जंगबहादुर के बयान के बाद पुलिस ने शुक्रवार से हादसे की जांच हत्या मानकर शुरू की। आरोपित ट्रक चालक और स्कार्पियो लेकर चलने वाले रघुवर सिंह के पकड़े जाने के बाद पूरे घटना का सीन और कहानी बदल गया।


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