बाइक के शगल में छोटे ने किया Murder, बडे़ ने मिटाए Evidence Bareilly News
रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर के छोटे बेटे ने हत्या की बाद में उसके बड़े भाई ने बक्से में शव देखा तो उसे हाईवे किनारे फेंक दिया।
जेएनएन, बरेली : फेसबुक पर दोस्ती और फिर बाइक के लिए छात्र की हत्या में गिरफ्तार किए गए युवकों से पूछताछ हुई तो कई खुलासे हुए। पता चला कि रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर के छोटे बेटे ने हत्या की, बाद में उसके बड़े भाई ने बक्से में शव देखा तो उसे हाईवे किनारे फेंक दिया। एक महीने से ज्यादा वक्त तक वे बचते रहे मगर फोन कॉल डिटेल व रिकॉर्डिग के जरिये पकड़े गए। दोनों को सोमवार को जेल भेज दिया गया। सुभाषनगर की गंगानगर कॉलोनी निवासी इफको कर्मचारी विनीत वाजपेई का बेटा लकी 11 वीं का छात्र था। 28 सितंबर को वह लापता हो गया। प्रकरण में लगातार टालमटोल कर रही पुलिस ने बाद में गुमशुदगी तो दर्ज की मगर छात्र को तलाशने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पांच नवंबर को डीआइजी राजेश पांडेय के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की तो कई सुराग मिले।
कॉल डिटेल से खुले कत्ल के कई राज: लकी के फोन की कॉल डिटेल निकाली गई तो पता चला कि उसकी महानगर कॉलोनी निवासी रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर यशपाल मेहता के बेटे गगन ने लंबी बात होती थी। 22 से 28 सितंबर के बीच दोनों में 63 बार कॉल की गईं। टीम ने गगन से पूछताछ की तो उसने पूरा घटना बयां की।
गगन और लकी फेसबुक पर बने थे फ्रेंड : एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि गगन और लकी फेसबुक पर फ्रेंड बने थे। 28 सितंबर को गगन ने उसे मिलने घर बुलाया। लकी को बीयर में नशे में गोलियां दे दीं। इसके बाद बाइक लूट के इरादे से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर के एक बक्से में कॉलोनी में चहल-पहल थी इसलिए शव ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला। ऐसे में शव से शाम तक बदबू आने लगी तो उसके बड़े भाई ने बक्सा खोला। शव देखा तो गगन ने पूरी बात बताई। भाई को बचाने के चक्कर में दीपक ने उसकी मदद की और रात में शव को कंबल में लपेट कर दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया। छह अक्टूबर को इज्जतनगर पुलिस को झाड़ियों में शव मिला मगर शिनाख्त नहीं हो पाने से अंतिम संस्कार करा दिया गया था।
बाइक का शौक पूरा करने को की वारदात: गगन और दीपक के पास बाइक नहीं थी वह खरीदना चाहते थे मगर पिता ने पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कहते हुए टाल दिया। क्राइम ब्रांच के अनुसार, पूछताछ में गगन ने बताया कि फेसबुक फ्रेंड लकी के पास बाइक थी। उसे लूटने के इरादे से बुलाया और वारदात कर दी। गगन की योजना थी कि लकी की बाइक कबाड़ी को बेचकर जो रुपये मिलेंगे उनमें कुछ रुपये का और जुगाड़ कर दूसरी बाइक खरीद लेंगे।
दोनों पॉलीटेक्निक के है छात्र
गगन और दीपक शहर के पीलीभीत रोड स्थित एक कॉलेज में पॉलीटेक्निक के छात्र हैं। गगन मैकेनिकल से जबकि दीपक टेक्निकल से पॉलीटेक्निक कर रहा था। दोनों की फेसबुक प्रोफाइल बताती है कि दोनों महंगे शौक रखते हैं।
दोस्ती से पहले करें पड़ताल
आभासी दुनिया के चक्रव्यूह में अब जान भी फंसने लगी हैं। सभी सोशल मीडिया साइट्स पर सजगता की जरूरत है। एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय ने कहा कि सोच समझ कर ही फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करें। अनजान व्यक्ति की रिक्वेस्ट छोड़ दें।
एफबी पर रखें इनका ख्याल
रिक्वेस्ट आने पर फोटो पर ध्यान दें। अगर सिंगल फोटो हैं तो उसे स्वीकार करने से बचें। एबाउट खोल कर उसकी प्रोफाइल पढ़ें। खाली हो तो न स्वीकारें। किसी सिने स्टार, खिलाड़ी, नेता या विदेशी की प्रोफाइल फोटो लगी रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
थाना पुलिस ने ध्यान नहीं दिया
लकी के पिता विनीत वाजपेई राजफाश से संतुष्ट दिखे। बस उन्हें आशंका है कि इसमें कोई एक व्यक्ति और शामिल है। उन्होंने सुभाषनगर थाना पुलिस के प्रति खासी नाराजगी व्यक्त की। बोले पुलिस गंभीरता दिखाती तो बेटे का अंतिम संस्कार कर पाते।
पुलिस घटना को लेकर सजग थी, लगातार आरोपितों से पूछताछ की जा रही थी, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिल रहे थे। फोन कॉल पर हुई बातचीत की लीड पर क्राइम ब्रांच ने काम किया तो घटना खुल गई। दोनों आरोपितों को जेल भेजा जा रहा है।
- शैलेश पांडेय, एसएसपी