स्कॉलरशिप के जरिए ऑस्ट्रेलिया व तुर्की में पढ़ाई करने का मिलेगा मौका, जानिए कैसे Bareilly News
12वीं और स्नातक या फिर परास्नातक के बाद अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके पास अच्छा मौका है।
जेएनएन, बरेली : 12वीं और स्नातक या फिर परास्नातक के बाद अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके पास अच्छा मौका है। ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी और तुर्की सरकार ने अपने-अपने यहां संचालित कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तुर्की में पढ़ाई के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसी तरह सिडनी यूनिवर्सिटी ने भी नोटिफिकेशन जारी कर भारतीय छात्रों से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं।
तुर्की के सभी कोर्स के लिए स्कॉलरशिप ऑफर
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, तुर्की गणराज्य की ओर से वहां पढ़ाई के लिए भारतीय छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 20 फरवरी, 2020 है। यह स्कॉलरशिप प्रोग्राम फुल टाइम कोर्स जैसे बैचलर डिग्री कोर्स, मास्टर डिग्री कोर्स, पीएचडी और शॉर्ट टर्म कोर्स के लिए दी जाएगी। सभी के लिए अलग-अलग अर्हता और स्कॉलरशिप की धनराशि निर्धारित है। इच्छुक आवेदक इस स्कॉलरशिप के लिए तुर्की की आधिकारिक वेबसाइट turkiyescholarships.gov.tr के माध्यम से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आवेदन के दौरान छात्रों को अपने कई दस्तावेज भी जमा करने होंगे।
सिडनी यूनिवर्सिटी में भी शुरू हुए आवेदन
ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी में पढऩा चाहते हैं तो आप यूनिवर्सिटी के खास स्कॉलरशिप प्रोग्राम के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह स्कॉलरशिप ऐसे छात्रों के लिए है जो आर्ट्स एंड सोशल साइंस में यूनिवर्सिटी से स्नातक प्रोग्राम करना चाहते हैं उनके लिए है। इच्छुक छात्र फैकल्टी ऑफ आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज इंटरनेशनल अंडर ग्रेजुएट कमेंसिंग स्कॉलरशिप 2020 में अप्लाई कर सकते हैं। इसके तहत छात्रों को कोर्स की अवधि के दौरान 2,45,389.43 रुपये हर साल दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट sydeny.edu.au स्कॉलरशिप ऑप्शन पर जाकर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है। छात्रों का चयन मेरिट के आधार पर होगा।
एमएचआरडी की तरफ से तुर्की और सिडनी के स्कॉलरशिप प्रोग्राम का नोटिफिकेशन जारी हुआ है। छात्र अगर विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो वह इसमें आवेदन कर सकते हैं। इसकी जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर भी दे दी गई है। - डॉ. राजेश प्रकाश, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी