Goverdhan Puja 2019 : श्रीकृष्ण की कृपा पाने के लिए इस शुभ मुहूर्त में करें पूजन Bareilly News
सनातन धर्म में दिवाली के ठीक अगले दिन गोवर्धन पूजा करने का विधान बताया गया है। मूलतः यह प्रकृति की पूजा है।
बरेली, जेएनएन : पांच दिवसीय दीपावली पर्व में सोमवार को गोवर्धन पूजन किया जाएगा। यह हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को होता है। इस दिन गोवर्धन और गौ माता की विशेष पूजा की जाती है, जिसका अपना एक खास महत्व है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है।
बालाजी ज्योतिष संस्थान के पंडित राजीव शर्मा ने बताया कि सनातन धर्म में दिवाली के ठीक अगले दिन गोवर्धन पूजा करने का विधान बताया गया है। मूलतः यह प्रकृति की पूजा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पूजा करने से व्यक्ति पर भगवान श्री कृष्ण की कृपा सदैव बनी रहती है।
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ: 28 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट से।
प्रतिपदा तिथि का समापन: 29 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 13 मिनट तक।
सायंकाल पूजा का समय
28 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से शाम को 05 बजकर 40 मिनट तक।
गोवर्धन पूजा की विधि
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को सुबह मकान के द्वारदेश में गौ के गोबर का गोवर्धन बनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गाय के गोबर से बने गोवर्धन के शिखर प्रयुक्त, वृक्ष-शाखादि से संयुक्त और पुष्पादि से सुशोभित करने का विधान है।
अनके स्थानों पर गोवर्धन को मनुष्य के आकार का बनाया जाता है और उसे फूल आदि से सजाया जाता है। उसे गंध, पुष्प आदि से पूजा करे नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण कर प्रार्थना करें।
गोवर्धन धराधार गोकुलत्राणकारक।
विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रदो भव।।
इसके पश्चात भूषणीय गौओं का आवाहन करके उनका यथा-विधि पूजन करें और
'लक्ष्मीर्या लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता।
घृतं वहति यज्ञार्थे मम पापं व्यपोहतु।।'
मंत्र से प्रार्थना करके रात्रि में गौ से गोवर्धन का उपमर्दन कराएं।