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जंगली हाथियों ने शाहजहांपुर में फिर से मचाया उत्पात, धान की 11 बीघा से अधिक फसल का किया नुकसान

Wild Elephants in Shahjahanpur जंगली हाथियों का क्षेत्र में उत्पात जारी है। खीरी व पीलीभीत की सीमा से सटे खेतों में हाथी आए दिन फसलें बर्बाद कर रहे हैं। वन विभाग कोई ठोस कदम उठाने की बजाय खानापूरी तक सीमित है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 07:47 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 07:47 PM (IST)
जंगली हाथियों ने शाहजहांपुर में फिर से मचाया उत्पात, धान की 11 बीघा से अधिक फसल का किया नुकसान
हाथियों की क्षेत्र के खेतों पर आवाजाही से सहमे ग्रामीण, वन विभाग नहीं दे रहा ध्यान। प्रतिकात्मक फोटो

बरेली, जेएनएन। Wild Elephants in Shahjahanpur : जंगली हाथियों का क्षेत्र में उत्पात जारी है। खीरी व पीलीभीत की सीमा से सटे खेतों में हाथी आए दिन फसलें बर्बाद कर रहे हैं। वन विभाग कोई ठोस कदम उठाने की बजाय खानापूरी तक सीमित है। शनिवार रात करीब दो बजे जंगली हाथी रसवा कला गांव के किनारे खेतों में पहुंच गए। जहां उन्होंने आबादी क्षेत्र से महज 200 मीटर दूर धान बिल्लू, सर्वेश की कुल सात व गन्ने की चार बीघा फसल रौंद दी। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम सुबह पहुंची और अलर्ट रहने की हिदायत देकर वापस हो गई। इससे पहले हाथी कोचर फार्म, कुम्भिया माफी सहित अन्य गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा चुके हैं।

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ग्रामीण विशन नाथ ने बताया कि जंगल के पास घास लेने के लिए जाना पड़ता है। जंगली हाथी जिस तरह से रोज उत्पात मचा रहे हैं, उससे अब डर लगने लगा है। भगवानदीन का कहना है कि धान की कटाई के लिए कंबाइन पर मजदूरी के लिए आए हैं। यहां हाथियों का उत्पात देखकर काम करने में काफी डर लग रहा है। किसान बलवीर सिंह ने बताया कि मेरी भी धान व गेहूं की काफी फसल का नुकसान हुआ है। वन विभाग इस ओर ध्यान दे। अन्यथा कोई बड़ी घटना हो सकती है।वन रेंजर डीएस यादव ने बताया कि जानकारी मिली थी। मौके पर वनकर्मियों को भेजा है। अब तक हुए नुकसान को लेकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है। सभी को मुआवजा मिलेगा।


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