शाहजहांपुर में भाइयों के अंतिम संस्कार में रोया पूरा गांव, तालाब में डूबने से हुई थी तीन भाइयों की मौत
Mishap in Shahjahanpur यूपी के शाहजहांपुर के एक गांव में उस वक्त माहौल और भी गमगीन हो गया जब तालाब में डूबने से हुई भाइयों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। भाइयों के अंतिम संस्कार के दौरान जहां पूरा गांव रोया।
बरेली, जेएनएन। Mishap in Shahjahanpur : यूपी के शाहजहांपुर के एक गांव में उस वक्त माहौल और भी गमगीन हो गया, जब तालाब में डूबने से हुई भाइयों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। भाइयों के अंतिम संस्कार के दौरान जहां पूरा गांव रोया। वहीं हादसे में जान गंवाने वाले फुफेरे भाई पवन का शव उसके माता पिता साथ लेकर अपने गांव चले गए। जहां उन्होंने पवन का अंतिम संस्कार किया।
मदनापुर क्षेत्र के गांव बरुआ में गुरुवार को गांव के चचेरे भाई अनुराग व गोपाल बदायूं के थाना हजरतपुर अंतर्गत गांव चंगासी निवासी अपने फुफेरे भाई पवन के व अन्य बच्चों के साथ गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास स्थित तालाब में नहाने गए थे। स्नान के दौरान ही अनुराग ,गोपाल व पवन की तालाब में डूबने से मौत हो गई थी।
शुक्रवार देर शाम तीनो बच्चों के शव गांव पहुंचे। हादसे में जान गंवाने वाले पवन के माता पिता भी शनिवार दोपहर चेन्नई से बरुआ पहुंच गए। बेटे का शव देखकर पवन की मां गश खाकर गिर पड़ी। जनों ने बड़ी मुश्किल से उन्हें समझा बुझाकर ढांढस बंधाया। पहले तो तीनों बच्चों के अंतिम
संस्कार गांव में ही होने थे। लोग तीनो के शवों को तांगे पर रखकर अंतिम संस्कार के लिये ले जाने लगे। लेकिन पवन के माता पिता उसका शव अपने गांव ले जाने पर अड़ गए। जिसके चलते उनकी ग्रामीणों से नोकझोक भी होने लगी। लेकिन उसके बाद गांव वाले उनकी बात पर राजी हो गए। पवन के माता पिता शव लेकर बदायूं स्थित अपने गांव चंगासी चले गए। अनुराग व गोपाल के शव को रामगंगा नदी के किनारे दफनाया गया।