बरेली मंडल की सहकारी चीनी मिलों पर बकाया 106 करोड़ मिलने का रास्ता साफ
एक साल से गन्ना बकाया मूल्य का इंतजार कर रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। बरेली मंडल की छह सहकारी चीनी मिलों पर किसानों का अब भी 106 करोड़ रुपये बकाया है जो कोआपरेटिव बैंकों से ऋण मिलने और चीनी बिक्री करके जल्द दे दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बरेली: एक साल से गन्ना बकाया मूल्य का इंतजार कर रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। बरेली मंडल की छह सहकारी चीनी मिलों पर किसानों का अब भी 106 करोड़ रुपये बकाया है, जो कोआपरेटिव बैंकों से ऋण मिलने और चीनी बिक्री करके जल्द दे दिया जाएगा।
गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने गुरुवार को बताया था कि सहकारी चीनी मिलों पर बीते गन्ना पेराई सत्र का बकाया भुगतान करने के लिए 400 करोड़ रुपये का ऋण देने को कैबिनेट से मंजूरी दी गई थी। सहकारी चीनी मिलों को उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक से ऋण मिलेगा। बरेली मंडल में छह चीनी मिल सहकारी हैं, जिन पर करीब 106 करोड़ रुपये बकाया है। गन्ना विभाग ने चीनी मिलों को ऋण दिलाने के लिए अपनी प्रक्रिया पूरी कर दी है। अब बैंकों से स्वीकृति मिलने और चीनी मिल प्रबंधन को कर्ज की धनराशि मिलने के तुरंत बाद किसानों को बकाया धनराशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। इससे किसानों को पेराई सत्र 2020-21 की बकाया धनराशि मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
सहकारी चीनी मिल बकाया
सेमीखेड़ा चीनी मिल, बरेली - 24.45 करोड़ रुपये
बीसलपुर चीनी मिल, पीलीभीत - 21.47 करोड़ रुपये
पूरनपुर चीनी मिल, पीलीभीत - 14.58 करोड़ रुपये
तिलहर चीनी मिल, शाहजहांपुर - 27.16 करोड़ रुपये
पुवायां चीनी मिल, शाहजहांपुर - 16.17 करोड़ रुपये
शेखूपुर चीनी मिल, बदायूं - 2.37 करोड़ रुपये वर्जन
सरकार की ओर से बैंक को गारंटी दी गई है। इसके तहत कोआपरेटिव बैंकों की ओर से सहकारी चीनी मिलों को ऋण दिया जाएगा। धनराशि मिलते ही उसे चीनी मिलों से किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर कराया जाएगा। इससे किसानों को उनका बकाया मूल्य जल्द मिल जाएगा।
राजीव राय, उप गन्ना आयुक्त, बरेली परिक्षेत्र