Virtual Market : अब हाईटेक होंगे कुम्हार, ऑनलाइन पोर्टल पर बिकेंगे मिट्टी के बर्तन
कोरोना काल में कुम्हारों द्वारा मिट्टी के बनाए गए छोटे दीपक पंचदीप लस्सी गिलास गोलक फूलो वाला गुल्दस्ता गमला मटका सुराई आदि की बिक्री पोर्टल पर पसंद कर की जाएगी। संक्रमण से बचे रहें इसलिए सतर्कता के चलते ऐसा किया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। कोरोना काल में कुम्हारों द्वारा मिट्टी के बनाए गए छोटे दीपक, पंचदीप, लस्सी गिलास, गोलक, फूलो वाला गुल्दस्ता, गमला, मटका, सुराई आदि की बिक्री पोर्टल पर पसंद कर की जाएगी। संक्रमण से बचे रहें इसलिए सतर्कता के चलते ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही कुम्हारों को उनकी मेहनत के मुताबिक दाम मिल सके, इसके लिए उद्योग विभाग उनकी इसमें मदद कर रहा है।
नवरात्रि से पहले ही इसे वर्चुअल प्रदर्शनी पोर्टल के जरिए बेचने की तैयारी है। इसके लिए नेटवर्क आदि कि व्यवस्था जिला उद्योग केंद्र द्वारा की जा रही है। नाथनगरी में बने मिट्टी के बर्तन समेत अन्य चीजें अब ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर बिकेंगे।
जिसे कुम्हार से देश और दुनिया का कोई भी शख्स सीधे खरीद सकेगा। ऑनलाइन वेबसाइटों की मदद से कुम्हार और कलाकारों को मंच दिया जा रहा है। जनपद में कुम्हार मिट्टी के बर्तन और कई कलात्मक चीजें बनाते हैं। इसके पीछे मकसद जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाना है।
उपायुक्त उद्योग ऋषि रंजन गोयल ने बताया कि कुम्हारों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार कई योजनाओं के साथ उन्हें एक ऑनलाइन मंच भी दे रही है। जिससे वह बरेली में बैठकर ही देश विदेश तक में अपने तैयार किए बर्तन आदि को बेच सकेंगे। जिसका उन्हें अच्छा भुगतान भी मिलेगा।