Protest : शाहजहांपुर में ग्रामीणों ने भैंस के आगे बीन बजा कर किया डंपिंग ग्राउंड का विरोध
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में सत्याग्रह पर बैठे अनशनकारियों की अनदेखी पर ग्रामीणों ने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रशासन को आइना दिखाने की कोशिश की है।
शाहजहांपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में सत्याग्रह पर बैठे अनशनकारियों की अनदेखी पर ग्रामीणों ने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रशासन को आइना दिखाने की कोशिश की है। इस दौरान उन्होंने तिलहर नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार जनसेवक ने कहा कि शासनादेश के विरुद्ध प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेटमेंट प्लांट किसी भी कीमत पर गांव मेें बनने नहीं दिया जाएगा। भले ही इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े।
तिलहर बरखेड़ा जयपाल मार्ग स्थित बंधीचक गांव में तिलहर नगर पालिका की ओर से 14 बीघा जमीन खरीदकर बनवाए जा रहे डंपिंग ग्राउंड के विरोध में ग्रामीण 30 जुलाई से सत्याग्रह पर है। पांच अगस्त को किसानों ने महापंचायत की। इसी दिन देर शाम को तहसीलदार व नगर पालिका अधिशासी अधिकारी पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से गांव से दूर जमीन मांगी, लेकिन डंपिंग ग्राउंड हटाए जाने का कोई आश्वासन नहीं दिया।
इस पर सत्याग्रह को क्रमिक अनशन में तब्दील कर दिया गया। प्रशासन की ओर से कोई सुध न लिए जाने पर शनिवार को ग्रामीणों ने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदेालन के अगुवाकार भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद कुमार जनसेवक ने कहा कि नगर पालिका व तहीसल प्रशासन ने जिला प्रशासन को भी गुमराह कर दिया है। यही वजह है कि गांधीवादी सत्याग्रह को जिला प्रशासन प्रशासन गंभीतर से नहीं ले रहा। उसका नजरिया भैंस के सामने बीन बजाने जैसा साबित हो रहा है।
दस अगस्त से करो या मरो सत्याग्रह का एलान
भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद कुमार जनसेवक ने कहा कि 10 अगस्त से गांधी जी के करो या मरो सत्याग्रह की तर्ज पर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। बताया कि नियम विरुद्ध बन रहे डपिंग ग्राउंड के विरोध में आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। इस एलान के बाद ग्रामीणों ने भ्रष्ट प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। ग्रामीणों ने जेल भरो आंदोलन के साथ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने पर भी सहमति जताई। अनशन पर सिपट्टर सिंह, झब्बू सिंह, प्रकाश सिंह, हरीश यादव व छविराम सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।