पुजारी की हत्या के मामले में थाने से गायब हुई वीडियो काम्पेक्ट डिस्क, मुंशी पर मुकदमा Bareilly News
धोपेश्वरनाथ मंदिर में हुए पुजारी हत्याकांड के साक्ष्य थाने से गायब होने के मामले में तत्कालीन मुंशी पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिस वीडियो काम्पेक्ट डिस्क में साक्ष्य थे।
जेएनएन, बरेली : धोपेश्वरनाथ मंदिर में हुए पुजारी हत्याकांड के साक्ष्य थाने से गायब होने के मामले में तत्कालीन मुंशी पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिस वीडियो काम्पेक्ट डिस्क (वीसीडी ) में साक्ष्य थे, वह वर्ष 2014 में ही गायब हो गई थी। तब से मामले पर पर्दा डाल दिया गया। एसएसपी शैलेश पांडेय के संज्ञान में आया तो उनके निर्देश पर तत्कालीन मुंशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
इंस्पेक्टर कैंट अवनीश यादव की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया कि 2010 में धोपेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी गोकरन गिरी की हत्या मामले के साक्ष्यों से जुड़ी एक वीसीडी गायब है। यह जानकारी 2014 में तत्कालीन हेड मोहर्रिर सर्वेश कुमार ने दी थी। इसके बाद तत्कालीन सीओ चतुर्थ ने इसकी जांच की।
जिसमें पाया कि पोस्टमार्टम व अन्य साक्ष्यों से जुड़ी वीसीडी तत्कालीन मुंशी हवलदार सिंह व अन्य के पास थी। उन्हीं से गायब हुई। जांच पूरी कर 26 अगस्त 2014 में ही सीओ चतुर्थ ने इसमें विधिक कार्रवाई किए जाने की बात लिखकर तत्कालीन एसएसपी को आख्या सौंप दी थी।
अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। पिछले कुछ दिनों से विभागीय फाइल एसएसपी शैलेश पांडेय के पास पहुंची तो उन्होंने सीओ सिटी अशोक कुमार सिंह को कार्रवाई के आदेश दिए। जिसके बाद बुधवार को तत्कालीन मुंशी हवलदार सिंह के खिलाफ धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
वह रिटायर हो चुका है।थाना कैंट क्षेत्र स्थित धोपेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी 95 वर्षीय गोकरन गिरि 13 फरवरी 2010 को लापता हो गए थे। अगले दिन धोपा मंदिर के सरोवर से गोकरन गिरि की लाश बरामद हुई थी।
हत्या से जुड़े साक्ष्य गायब होने का मामला काफी पुराना है। पिछले दिनों यह संज्ञान में आया तो इस पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। तत्कालीन मुंशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। - शैलेश पांडेय, एसएसपी